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महालक्ष्मी व्रत 13 कोः इन उपायों से दूर होगी पैसों की समस्याएं

श्राद्ध पक्ष की अष्टमी को महालक्ष्मी व्रत किया जाता है। इस दिन महिलाएं हाथी पर विराजित मां लक्ष्मी की पूजा करती हैं।

हिंदू पंचांग के अनुसार, श्राद्ध पक्ष की अष्टमी तिथि को महालक्ष्मी व्रत किया जाता है। इस दिन महिलाएं हाथी पर विराजित मां लक्ष्मी की पूजा करती हैं। इस बार ये व्रत 13 सितंबर, बुधवार को है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा इस विधि से करनी चाहिए-

पूजा विधि

शाम को घर के किसी हिस्से को अच्छे से साफ करें। वहां चौकी की स्थापना करें व लाल कपड़ा बिछाकर उस पर केसर मिले चन्दन से अष्ट दल बनाकर व चावल रख जल कलश रखें। कलश के पास हल्दी से कमल बनाकर उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।

मिट्टी का हाथी बाजार से लाकर या घर में बना कर उसे सजाएं। नया खरीदा सोना हाथी पर रखने से पूजा का विशेष लाभ मिलता है। माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने श्रीयंत्र भी रखें। कमल के फूल से पूजा करें। सोने-चांदी के सिक्के, मिठाई व फल भी रखें। इसके बाद माता लक्ष्मी के आठ रूपों की इन मंत्रों के साथ कुंकुम, चावल और फूल चढ़ाते हुए पूजा करें-

– ऊं आद्यलक्ष्म्यै नम:

– ऊं विद्यालक्ष्म्यै नम:

– ऊं सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:

– ऊं अमृतलक्ष्म्यै नम:

– ऊं कामलक्ष्म्यै नम:

– ऊं सत्यलक्ष्म्यै नम:

– ऊं भोगलक्ष्म्यै नम:

– ऊं योगलक्ष्म्यै नम:

इसके बाद गाय के शुद्ध घी के दीपक से मां लक्ष्मी की आरती करें। इस प्रकार विधि-विधान से पूजा करने पर मां महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।