फिल्म ‘‘द पाॅवर आॅफ वर्दी’ एक मैसेजपूर्ण, मनोरंजक फिल्म है
जल्द ही प्रदर्शित होने जा रही हिन्दी फिल्म ‘‘द पाॅवर आॅफ वर्दी’’ से बाॅलीवुड में एक नये अभिनेता अब्दुल जब्बार अंसारी का आगाज हो रहा है। नवोदित अभिनेता अब्दुल जब्बार अंसारी पेशे से चिकित्सक हैं। गोरेगांव स्थित उनकी क्लीनिक में हमारी अंसारी जी से मुलाकात हुई, जहां उन्होंने अपने तथा इस फिल्म के बारे में विस्तृत चर्चा की। यह फिल्म ए.जे. फिल्म्स क्रियेशंस के बैनर तले निर्मित की गई है। फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क पूरा हो चुका है। पेश है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
‘अंसारी जी, सबसे पहले तो आप अपने बारे में जानकारी दीजिए।
जी, ज़रूर। मैं मूलतः मुजफ्फर नगर (यू.पी.) का निवासी हूं। मेरी शिक्षा-दीक्षा बीजापुर, कर्नाटक में हुई। मैंने बी.यू.एम.एस. की शिक्षा हासिल की है और मैं प्रोफेशनली डाॅक्टर हूं तथा क्राॅनिक डिसीज का स्पेशलिस्ट हूं। गोरेगांव, मुंबई में मेरा क्लीनिक है। अपनी पढ़ाई के दौरान से ही मुझे अभिनय का शौक रहा है। कर्नाटक मंे एफ.टी.आई. के कलाकार आकाश राज के साथ मैं थिएटर कर चुका हूं। कर्नाटक के बाद मैं पिछले 6 वर्ष से मुंबई में हूं।
फिल्म ‘द पाॅवर आॅफ वर्दी’ बनाने का विचार आपके मन में कब, कैसे आया?
जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि अभिनय करने का शौक मुझे शुरु से ही था और इसी सिलसिले में मैं मुंबई आया। यहां अपने डाॅक्टरी पेशे के साथ-साथ फिल्म के लिए ट्राई करना था। काफी समय से जेहन में एक सब्जेक्ट था, जिस पर फिल्म बनाने की चाहत थी। फिर मेरी मुलाकात इस फिल्म के लेखक-निर्देशक सलीम अहमद जी से हुई। मैंने उन्हें अपना सब्जेक्ट सुनाया और फिर उन्होंने स्क्रिप्ट लिखी। फिर हम दोनों ने फिल्म के कलाकारों तथा अन्य पक्षों का चयन करके ए.जे. क्रिएशन बैनर के तहत फिल्म का निर्माण शुरु कर दिया और अब यह फिल्म पूरी तौर से कम्पलीट है। फिल्म को सेंसर से पारित कराने की प्रक्रिया चल रही है। सेंसर होने के बाद आगामी माह में सर्वत्र प्रदर्शित होगी।
इस फिल्म की मुख्य कहानी के बारे में बताइये?
इस फिल्म का मुख्य विषय यू.पी. में व्याप्त बाहुबली साम्राज्य और गुंडाराज से प्रेरित है। कहानी के अनुसार देवराज (श्रीराज) का अपने इलाके में एकछत्र राज है। वह एक बाहुबली है और अपने गुंडों के सहारे इलाके में लूटपाट, मर्डर करवाता है। आम जनता उससे त्रस्त है। एक बार एक आई.पी.एस. अधिकारी का मर्डर होने पर प्रशासन में खलबली मच जाती है। तब प्रशासन की ओर से उस इलाके में एक जांबाज पुलिस आॅफिसर एस.पी. अमन खान (ए.जे.अंसारी) को वहां नियुक्त किया जाता है। इसके बाद वह पुलिस आॅफिसर किस तरह उस बाबहुबली से टकराकर उसके साम्राज्य का खा़त्मा करके उसे अंजाम तक पहुुंचाता है, यही इस फिल्म का मुख्य विषय है। इस फिल्म मंे एक्शन, काॅमेडी, रोमांस, कर्णप्रिय गीत-संगीत का समावेश है और फिल्म भरपूर मनोरंजक बन पड़ी है। इसमें कुल 6 कर्णप्रिय गीत हैं जिन्हंे मधुर धुनों से सजाया है संगीतकार आरव तथा सलीम सेन ने तथा पाश्र्व गायक हैं अलका याज्ञनिक, शान, शबाब साबरी, ऋतु पाठक, नाजिम व पाकिस्तानी गायक सुजात अली व गीतकार हैं जमील अहमद।
इस फिल्म की नायिका के बारे में बताइये?
‘द पावॅर आॅफ वर्दी’ नायक प्रधान फिल्म है। फिल्म के कथानक के हिसाब से नवोदित आरोही नंदा को महक का खूबसूरत किरदार दिया गया है। यह उनकी पहली फिल्म है और फिल्म में बहुत अच्छा काम किया है। फिल्म के अन्य सभी कलाकारों, खास तौर पर बाहुबली देवराज का किरदार निभानेवाले श्रीराज ने काबिल-ए-तारीफ काम किया है। यह एक मैसेजपूर्ण फिल्म है जिसमें पुलिस, गुण्डों व समाज की जिम्मेदारी का मैसेज है।
आगामी क्या प्लानिंग है आपकी??
अपने नये प्रोजेक्ट के तहत फौज के एक देशभक्त सिपाही की कहानी पर फिल्म बनाना चाहता हूं। इसकी कहानी तैयार है और इसका टाइटल ‘द टेल आॅफ शेर सिंह’ रजिस्ट्रेशन हेतु दिया है। फिल्म ‘द पाॅवर आॅफ वर्दी’ की रिलीज के बाद नयी फिल्म पर काम शुरु होगा। जल्द ही इस सम्बन्ध में अन्य जानकारी दूंगा।
बतौर निर्माता व अभिनेता आपकी यह पहली फिल्म है। क्या-कैसा अनुभव रहा, इस दौरान?
पहली फिल्म होने के बाद भी मुझे निर्माता-अभिनेता के तौर पर अच्छा अनुभव हुआ। निर्देशक-लेखक सलीम अहमद के साथ-साथ सभी कलाकारों, टेक्नीशियन्स का भरपूर सहयोग रहा, जिसके लिए मैं अपनी समस्त टीम का आभारी हूं। हालांकि स्ट्रगल तो करना पड़ा, लेकिन मेरा विजन क्लीयर था, किसी भी तरह काम करना ही था और आज निःसंदेह सबके सहयोग से मैं यह फिल्म कम्पलीट कर सका। इस फिल्म निर्माण के दौरान अच्छे लोगों से सम्बंध बने और काफी कुछ सीखने को मिला।