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बुलेट ट्रेन परियोजना को पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने दी हरी झंडी

गुजरात, भारत: बुलेट ट्रेन परियोजना को गुरुवार को अहमदाबाद में हरी झंडी दिखा दी गयी है। पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने इसकी आधारशिला रखी। 320 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना को 15 अगस्‍त, 2022 पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन दोनों प्रधानमंत्रियों का कहना है कि इससे पहले ही इस महत्‍वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने हिंदी में नमस्‍कार के साथ भाषण की शुरुआत की, वह चाहते हैं कि जब वह अगली बार भारत आएं तो उनको बुलेट ट्रेन में बैठने का मौका मिले। 10 साल पहले मुझे भारत की संसद में बोलने का मौका मिला था। शिंजो आबे ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह दूरदर्शी नेता हैं। दो साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने न्‍यू इंडिया का सपना देखा और जापान को साथी चुना।जापान ने ऐसी बुलेट ट्रेन बनाई है जो अद्भुत है। जापान की बुलेट ट्रेन जब से शुरू हुई तब से एक भी हादसा नहीं हुआ. शिनकानसेन रेलवे से एक भी हादसा नहीं हुआ। जापान भारत को सुरक्षित रेल की गारंटी देता है।

जापान का 'ज' और इंडिया का 'य' मिल जाए तो जय बनते हैं। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुलेट ट्रेन की तेज गति, हाई कनेक्टिविटी के अच्‍छे परिणाम आएंगे। यह प्रोजेक्‍ट भारत में रफ्तार लाएगा और रोजगार भी दिलाएगा। बहुत सारी चीजें पिछले 100 सालों में नहीं बदलीं लेकिन पिछले 25 सालों में बदल गईं। ऐसे में बदलते वक्‍त के साथ कदमताल मिलाते हुए प्रयास का तरीका भी बदलना होगा पीएम मोदी ने कहा हम भारतीय खासकर गुजराती कुछ भी खरीदने से पहले काफी तोलमोल करते हैं। जब गुजरात में था तो मुझसे पूछा जाता था कि बुलेट ट्रेन कब लाओगे। एक तरह से बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्‍ट भारत में मुफ्त में बन रहा है। जापान ने 88 हजार करोड़ रुपये का लोन महज 0.1 प्रतिशत पर भारत को दिया है। लोगों को ऐसे बैंक नहीं मिलते लेकिन हमको जापान जैसा देश मिला। बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट से पूंजी बचेगी और विदेशी निवेश भी बढ़ेगा। मुंबई-अहमदाबाद हाईस्‍पीड कॉरीडोर से पूरे क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। बुलेट ट्रेन आमरो अहमदाबाद से आमची मुंबई तक जाएगी।

पीएम ने कहा कि जापान में जितनी जनसंख्‍या है, उतने लोग भारत में हर हफ्ते ट्रेनों में सफर करते हैं। हम कम समय में इस प्रोजेक्‍ट को पूरा करने का प्रयास करेंगे। उन्‍होंने कहा कि भारत के पास स्‍कोप है, जापान के पास स्किल है। जापान के सहयोग से स्किल डेवलपमेंट से देश की ताकत हजारों गुणा बढ़ेगी। भारत और जापान ने जो ठान लिया है, उसको पूरा करके रहेंगे। भारत और जापान के संबंध संभावनाओं से भरे हुए हैं.