‘पर्यटन पर्व’ की 6 अक्टूबर से शुरु - जिलों में होंगे विभिन्न आयोजन
मध्यप्रदेश में शुक्रवार 6 अक्टूबर से आगामी 25 अक्टूबर तक विशेष पर्यटन अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप इस अभियान को ‘पर्यटन पर्व’ के रूप में संचालित किया जाएगा। इसके लिये सभी जिलों को एक कार्य-योजना बनाकर उस पर अमल सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने – अपने जिलों में जिला पर्यटन संवर्धन परिषद (डी.टी.पी.सी.) की बैठकों का आयोजन इस दौरान सुनिश्चित करें। यह बैठकें जिला प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में होगी। जिला प्रभारी मंत्रियों के मार्गदर्शन में जिले के किसी एक पर्यटन स्थल को फोकस कर विविध गतिविधियाँ की जाएगी।
श्री हरि रंजन राव ने सभी जिला कलेक्टर एवं जिला पर्यटन संवर्धन परिषद के सचिव को कार्य-योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए। डी.टी.पी.सी. की बैठकें जिला प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में होगी और इनमें राज्य एवं जिला स्तर पर पर्यटन क्षेत्र में किए गए कार्यों और उपलब्धियों को प्रेजेंटेशन तथा लघु फिल्मों के जरिये प्रदर्शित किया जाएगा। बैठक में टूर ऑपरेटर्स और ट्रेवल एजेंट्स भी शामिल रहेंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा मार्ग सुविधा केन्द्रों की नीति के अंतर्गत महत्वपूर्ण मार्गों पर प्रत्येक 40 से 50 किलोमीटर की दूरी पर मार्ग सुविधा केन्द्र के निर्माण का लक्ष्य है। इसके लिये 300 से अधिक स्थलों की पहचान की जा चुकी है। अनेक जगहों पर मार्ग सुविधा केन्द्रों का काम प्रगति पर है।
जिला स्तर पर स्थानीय पर्यटन पर केन्द्रित लोकगीत, लोक नृत्य, कला यात्रा, फूड फेस्टिवल एवं नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया है। हाल ही में संपन्न पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में अहम भूमिका निभाने वाले जिले के उत्कृष्ट क्विज मास्टर्स को सम्मानित किया जाएगा। सभी जिलों में संपन्न पर्यटन क्विज में लगभग 5990 स्कूलों के 18 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पर्यटन केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रम और एडवेंचर केम्प आदि आयोजित करने को भी कहा गया है।