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२०१७ शनि का धनु राशि में प्रवेश क्या होगा आप पर असर

२६ अक्टूवर २०१७ शनि का धनु राशि में प्रवेश कर चुके हैं, शनि एक मात्र ऐसा ग्रह है! जो एकसाथ ६ राशियों को प्रभावित करता है, किन्तु भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यही एक मात्र ऐसा ग्रह है जो ”रंक को राजा और राजा को रंक” बना सकता है। आज दिनांक – २६/१०/२०१७ को मध्याह्नोत्तर ०३.२० में शनि धनु राशि व मूल नक्षत्र में प्रवेश कर धनु, मकर, कुम्भ, मिथुन, कन्या, तथा वृश्चिक राशियों को प्रभावित करेगा।

मकर-कुम्भ अपनी राशि होने के कारण सामान्य प्रभाव होगा, कुम्भ का उत्कर्ष,सन्तान-बुद्धिगत कार्यों में बाधा, पुरातत्व-यात्रा से हानि प्रथम किसी कार्य में बाधा के बाद सफलता प्राप्त होगी। अर्थात इन ३० माह का उत्तरार्ध लाभ प्रद रहेगा। मकर – स्वास्थ्य में कमी, धन-धान्य, कौटुम्बिक सुख, आकस्मिक खर्चों में रोक, किन्तु रोग वृद्धि बुद्यजीवीवर्गों से शत्रुता के भी योग हैं इसलिए वाणी पर नियंत्रण रखकर ही व्यवहार करना शुभ रहेगा और सम्बन्ध बने रहेंगे, भाग्य सहायक होगा, लाभ प्राप्ति के विलम्ब धैर्यपूर्वक मुकाबला करना आप के पक्ष में होगा। मीन-वालों को स्थावर इस्टेट, वाहन,मित्र,सुह्रद जनों से सम्बंधित चिंता, पार्टनर पत्नी का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है! भाग्य सहायक नहीं होगा किन्तु जातक बौद्धिक शक्ति और अपनी मधुरता के कारण सब जगह सफल होगा।

  • मेष से शनि त्रिकोण में होगा जो सभी क्षेत्रों में सफलता प्रदान करायेगा।
  • वृषभ से अष्टमस्थ शनि चोट-चपेट,धनाभाव,कौटुम्बिक विरोध,पत्नी के स्वास्थ्य की हानि के साथ अपनी दूरदर्शी दृष्टि के कारण विवेक पूर्ण निर्णय से जातक लाभ प्राप्त कर सकेगा।
  • मिथुन में स्वास्थ्य हानि,सुख-चैन में बाधा,शत्रु व रोग से कष्ट,किन्तु पार्टनर एवं पत्नी आदि के सहयोग से लाभ होगा।
  • कर्क में आत्मबल की वृद्धि,शत्रु की पराजय,भाग्य को गति किन्तु प्रापंच्चिक सुख बाधित होने एवं आकस्मिक व्यय परेशानियों से चित्त में अस्थिरताकष्ट का कारण बनेगी, सन्तान की ओर से चिंता रहेगी।
  • सिंह में धन-धान्य की चिंता कौटुम्बिक विरोध,सुह्रद जनों से व स्थावर संपत्ति का विवाद,दुर्घटना,आदि का योग है.किन्तु जातक अपनी दूरदर्शिता और स्थिर बुद्धि के निर्यण के कारण सुखद रहेगा।
  • कन्या में चित्त में अस्थिरता स्वास्थ्य हानि सभी कार्यों में बाधा,आत्मबल की कमी कार्य क्षेत्र में अस्थिरता रहेगी इस समय आत्मबल बनाए रखने से लाभ होगा।
  • तुला वालों को विघ्न बाधायों तथा अति खर्च मध्य पूर्ण आत्मबल व अपनी क्षमता को पहचान कर कार्य करने से लाभ होगा तथा वाहनादि के कार्य में सावधनी रखें भाग्य कम सहायक होगा।
  • वृश्चिक में स्वास्थ्य हानि, रक्त चाप में वृद्धि, भ्रम, धन का अभाव, कलह, विवाद, अरिष्ट, दुर्घटना, आदि विरोध कम कर संयम से कार्य करने से जातक को लाभ होगा।
  • धनु स्वास्थ्य साधारण,सामान्य वायु-वातका प्रभाव धन-धान्य व आत्मबल में वृद्धि किन्तु धोखा पत्नी को कष्ट और आकस्मिक हानि, अति व्यय से मन खिन्न रहेगा।

कौन से उपाय करें

  1. सुन्दर-कांड व हनुमान चालीसा का पाठ
  2. शनि के मन्त्रों का जप, व रुद्राभिषेक
  3. शनिवार को प्रातः पीपल की पूजाकर घी का दीपक जलाएं और शाम को  तिल के तेल का दिया जलाएं
  4. एक काली मटकी में तेल काले उड़द भरकर नदी किनारे जमींन में दबायें।
  5. हनुमान जी को चने-गुड का भोग लगायें,तथा बंदरों की सेवा,दीन-अनाथ,दिब्यांग की सेवा से भी लाभ होगा।

प्रस्तुतकर्ता: आचार्य राजेश गौतम, वृंदावन (मथुरा)