Top Story

झमझमाती बारिश कर दो

जो रहगुज़र हो जाए तेरे तन बदन का

मुझे वही झमझमाती बारिश कर दो


तुमसे मिलते ही यक ब यक पूरी हो जाए

मुझे वही मद भरी ख़्वाहिश कर दो


जो रुकती न हो किसी भी फ़ाइल में

मेरी उसी "साहेब" से गुजारिश कर दो


गर लैला-मजनूँ ही मिशाल हैं अब भी

फिर हमारे भी इश्क़ की नुमाइश कर दो


वो सुनता बहुत है तुम्हारी बातों को

खुदा से कभी मेरी भी सिफारिश कर दो


सलिल सरोज