मतदान दल की सामग्री सहित सुरक्षित वापसी के बाद ही अधिकारी अपना क्षेत्र छोड़ेंगे - सतना कलेक्टर
सतना: कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सतेन्द्र सिंह ने साफतौर पर कहा है कि जब तक मतदान दल मतदान कराकर सामग्री के साथ लौट नहीं जाते, तब तक सेक्टर अधिकारी, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी अपना क्षेत्र नहीं छोडे़गे और मतदान दलों की स्थिति के बारे में पता करते रहेंगे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आज यहां लोकसभा निर्वाचन-2019 हेतु नियुक्त सेक्टर अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री साकेत मालवीय, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आई.जे. खलखो भी उपस्थित थे। Satna Lok Sabha News
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी सेक्टर अधिकारियों की आंखों से ही मतदान केन्द्रों की स्थिति जानते हैं। इसलिए सेक्टर अधिकारियों का कार्य काफी महत्वपूर्ण है। वे मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर वहां मूलभूत सुविधाओं का आंकलन कर लें। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारी जैसे ही मतदान केन्द्र पहुंचे, वैसे ही वहां मूलभूत सुविधाओं की फोटोग्राफी कराएं। यह देखें कि मतदान केन्द्र में बाउण्ड्रीवाल है या नहीं तथा वहां शौचालय व हैण्डपम्प है या नहीं। महिला एवं पुरूष शौचालय अलग-अलग होना चाहिए। मतदान केन्द्र के बाहर मतदान केन्द्र का विवरण अंकित है या नहीं। मतदान केन्द्र की पुताई हुई है अथवा नहीं और वहां विद्युत कनेक्षन और पंखे हैं या नहीं तथा वहां मतदाता विश्राम कक्ष है अथवा नहीं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने साफ किया कि चूंकि चुनाव के दौरान गर्मी तेज पडे़गी, इसलिए मतदाता विश्राम कक्ष हेतु टेन्ट के स्थान पर मतदान केन्द्र के किसी कक्ष को ही मतदाता विश्राम कक्ष बनाया जाए। उन्होंने सेक्टर अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, सहायक यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, डी.पी.सी., डी.पी.आर.ओ. समेत प्रमुख अधिकारियों के मोबाईल नम्बर अपने पास रखें, ताकि आवश्यकता के समय उनसे सम्पर्क किया जा सकें। उन्होंने अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र के सेक्टर अधिकारियों का वाट्सएप ग्रुप बना लें, ताकि उन्हें आवश्यक सूचनाएं भेजी जा सकें।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने सेक्टर अधिकारियों को हिदायत दी कि वे शिक्षा उपकर मद के पैसे का स्कूलों के सुधारीकरण में उपयोग कराएं। उन्होंने प्रत्येक मतदान दल के साथ मेडीकल किट भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर मतदान दलों के लिए भुगतान आधार पर स्व-सहायता समूहों के माध्यम से भोजन ब्यवस्था की जाए।
उन्होंने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए सेक्टर अधिकारी के रूप में दो-दो सहायक प्रोफेसरों को रिजर्व में रखने के निर्देश दिए। ये रिजर्व सेक्टर अधिकारी मतदान दिवस को अनुविभागीय दण्डाधिकारी के कार्यालय में बैठेगे। ताकि किसी मशीन के काम ना करने की स्थिति में आवश्यक मार्गदर्शन दे सकें। कलेक्टर ने सेक्टर अधिकारियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के बी.एल.ओ. एवं कोटवार के मोबाईल नम्बर अपने पास रखें और उनसे बात कर मतदान केन्द्रों एवं क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेते रहें। उन्होंने बी.एल.ओ., पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं तथा मतदाताओं की मैपिंग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आप अपने क्षेत्र के दिव्यांग मतदाताओं की जानकारी भी रखें।