बिजली कटौती मामला - लापरवाही बरतने वाले 387 अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई
बीच चुनाव इस तरह की कार्यवाही होंने पर सवाल उठना लाज़मी है, यह भी संभव है की विपक्ष इसे कांग्रेस सर्कार के खिलाफ एक मुद्दा बना भी ले, 387 कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने पर कार्यवाही हुयी है इसकी जानकारी मुख्यसचिव ने दी। Electricity cut off MP
बिजली की बिना रूकावट आपूर्ति के लिए निगरानी के लिए निर्देश
मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिये अपने-अपने जिलों में गहन निगरानी रखने के निर्देश दिये। वीसी में बताया गया कि विद्युत व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले 387 अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती के मामलों में कमी आई है। पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष विद्युत आपूर्ति में 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। मुख्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि विद्युत आपूर्ति की वजह से पेयजल आपूर्ति प्रभावित नहीं हो।
मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से कहा कि वे इस संबंध में पटवारी, ग्राम सचिव, कोटवार आदि से लगातार फीडबैक लें। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि विद्युत व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने और विद्युत आपूर्ति में बाधा डालने वाले प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवायें। साथ ही कलेक्टर और कमिश्नर से मौसम आँधी-पानी आदि के दौरान विद्युत कम्पनी के अधिकारियों के साथ सतत संवाद रखने की अपेक्षा की।