राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव - आदि महोत्सव
दिल्ली हाट – आईएनए में आयोजित आदि महोत्सव समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रीमती हेमा मालिनी, संसद सदस्य मुख्य अतिथि थीं। सितार वादक उस्ताद शाहिद परवेज़ खान तथा तबला वादक श्री मिथिलेश झा ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रीमती हेमा मालिनी ने उस्ताद शाहिद परवेज़ खान तथा श्री मिथिलेश झा को सम्मानित किया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। ट्राइफेड के एमडी श्री प्रवीर कृष्णा ने श्रीमती हेमा मालिनी और उस्ताद शाहिद परवेज खान को सम्मानित किया तथा जनजातीय कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। जनजातीय कार्य मंत्रालय और ट्राइफेड आदि महोत्सव का आयोजन करता है। महोत्सव में जनजातीय संस्कृति, खान-पान और वाणिज्य को बढ़ावा दिया जाता है।
अपने संबोधन में श्रीमती हेमा मालिनी ने पूरे देश में जनजातीय समुदाय को मार्केटिंग प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय और ट्राइब्स इंडिया/ट्राइफेड की सराहना की। महोत्सव तथा मार्केटिंग प्लेटफार्म के जरिए जनजातियों द्वारा हाथ से बुने वस्त्र, हस्तशिल्प और जैविक खाद्य उत्पादों का विपणन किया जाता है। वे विभिन्न राज्यों के स्टॉलों पर गईं और उन्होंने कई वस्तुओं की खरीदारी भी की।
महोत्सव में जनजातीय कला व शिल्प, औषधि, खान-पान तथा जनजाति गीत-संगीत को शामिल किया गया है। 24 राज्यों के एक हजार से अधिक जनजातीय कारीगर, संगीतकार, शेफ आदि भाग ले रहे हैं। महोतसव की थीम है – जनजाति संस्कृति, शिल्प, खान-पान और वाणिज्य की भावना का उत्सव। महोत्सव में 220 स्टॉलों के जरिए जनजाति शिल्प की वस्तुएं, कला, पेंटिंग, कपड़े, आभूषण आदि प्रदर्शित किए गए हैं। इन वस्तुओं की बिक्री भी की जाती है। महोत्सव में जनजातीय खान-पान की विशेष व्यवस्था है। प्रत्येक दिन सायं 6.30 से 8.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।