जुन्नारदेव एकलव्य आदर्श आवासीय आदिवासी विद्यालय में दो-दो प्राचार्य
जुन्नारदेव छिन्दवाड़ा: मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी आदिवासी विधानसभा जुन्नारदेव इन दिनों प्रशासनिक अराजकता का बड़ा उदाहरण बन चुकी है। यहां पर जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार बड़ी लापरवाही को अंजाम दे रहे हैं, जिसके चलते इस विधानसभा क्षेत्र में शर्मसार कर दिए जाने जैसी घटनाएं लगातार होती जा रही है। गौरतलब है कि बीते दिनों में इसी विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय में एक आदिवासी कन्या परिसर छात्रावास में दुराचार की शिकार हुई आदिवासी छात्रा। #जुन्नारदेव #जामई Eklavya adarsh vidyalaya junnardeo chhindwara parasia damua
इसके अलावा प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा आदिवासी उत्थान के लिए स्थापित किए गए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में अव्यवस्थाये चढ़कर बोल रही है। इस क्षेत्र में आदिवासियों का लगातार हो रहे उत्पीड़न के बाद यह मांग है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ इन बड़ी समस्याओं का संज्ञान लेकर बड़े मठाधीशो ऊपर कड़ी कार्रवाई करें, क्योंकि अब तक इन इस विद्यालय के मामलों में कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता की खानापूर्ति कर पूरे मामले को जिला प्रशासन के अधिकारी दबा रहे हैं।
विवादित मोहम्मद इस्माइल को प्राचार्य नियुक्त किया गया
मामले में पता चला है कि पूर्व में प्राचार्य के रूप में पदस्थ श्रीमती विद्यावती डेहरिया को जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के द्वारा अपनी गैरवाजिब आकांक्षाओं की पूर्ति न होने की वजह से तत्कालीन परिस्थितियों में जबरदस्ती हटा दिया गया और उनके स्थान पर जिला प्रशासन के द्वारा व्याख्याता के पद पर कार्यरत मोहम्मद इस्माइल खान को एकलव्य विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के रूप में जल्दबाजी में नियुक्त कर दिया गया। ऐसी परिस्थितियों में इस एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में दो प्राचार्यो की एक ही समय पर नियुक्ति हो जाने के कारण अब तक संशय की स्थिति बनी हुई है। शिक्षा विभाग ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक स्पस्टीकरण नहीं दिया है। शिक्षा विभाग की मोहम्मद इस्माइल पर लगातार मेहरबानी से फ़िलहाल तो उनके दोनों हाथ घी में और सर कढ़ाई में है।