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इंदौर के कोरोना हॉटस्पॉट से छिंदवाड़ा के ग्राम गुढ़ी पहुंची युवती, गांव में हड़कंप

छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा की ग्राम पंचायत पालाचौरई, गुढ़ी से कान खड़े करने वाली एक खबर आ रही है यहाँ पर एक लड़की का इंदौर से, और दूसरी का जबलपुर से गुढ़ी पालाचौरई तक पहुंचना चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको बता दें की मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित क्षेत्र इंदौर है इसीलिए इस लड़की के इंदौर से छिंदवाड़ा के गुढ़ी पहुंचते ही क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गयी है। हालाँकि इस बात की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने कार्रवाई करना प्रारंभ किया और इंदौर व जबलपुर से दो दिन पहले आई हुई दोनों लड़कियों को क्वॉरेंटाइन के लिए जुन्नारदेव पहुंचाया गया।

दोनों लड़की एम वाय हॉस्पिटल इंदौर की मृतक नर्स पिंकी भारती की बहनें

ये दोनों लड़की एम वाय हॉस्पिटल इंदौर की मृतक नर्स पिंकी भारती पिता संजय भारती की बहने हैं जिसकी मौत कुछ दिन पहले ही हुई है। अस्पताल ने नर्स की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है लेकिन असली कारण जाँच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। इंदौर से आयी लड़की पूजा भारती ने अपनी बहन का अंतिम संस्कार किया उसके बाद दो पहिया वाहन से यहाँ पहुंची वहीँ दूसरी लड़की रीना जबलपुर से छिंदवाड़ा के गुढ़ी ग्राम आयी है।

रिश्तेदारों सहित लगभग 15 लोग उपस्थित थे

जब पुलिस संजय भारती के घर पहुंची तो वहां रिश्तेदारों सहित लगभग 15 लोग उपस्थित थे। जो शोक संवेदना व्यक्त करने आये थे।पुलिस ने पुरे परिवार को क्वारंटीन में भेज दिया गया है। प्रशासन ने सुरक्षा के दृश्टिकोण से उस जगह को सेनेटाइज़ नहीं किया हो जिस पर आस पास के लोगों ने आपत्ति जताई है।

युवती की हालात बिगड़ने पर जिला चिकित्सालय भेजा

लेकिन अब खबर यह भी आ रही है कि युवती की हालात बिगड़ने की वजह से उसे जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। इसी बीच क्षेत्र के लोगों में डर और बढ़ गया है क्योंकि इंदौर से आयी लड़की इंदौर के कोरोना हॉटस्पॉट खजराणा इलाके में रहती थी। छिंदवाड़ा में अब तक सब कुछ सामान्य लग रहा था लेकिन इस घटना के बाद प्रशासन की लापरवाही साफ नज़र आ रही है। ऐसी घटनाओं के लिए लोग भी उतने ही जिम्मेदार है। अब इस बात की भी सम्भावना है की ऐसे सैकड़ों लोग अब तक चोरी चुपके छिंदवाड़ा पहुँच गए हों।

इस घटना से जुड़ा सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस युवती को इंदौर से छिंदवाड़ा के गुढ़ी पालाचौरई तक आखिर लाया कौन? इंदौर से यह युवती अगर मोटर साइकिल या इन्हीं कोयला परिवहन करने वाले ट्रक या अन्य माध्यम से पहुंची है तो फिर उस वाहन चालक के अलावा युवती को लाने वाले सहयोगी पर अब तक प्रशासन ने कार्यवाही क्यों नहीं की है। हाल ही में चांदामेटा में भोपाल से सवारी के रूप में एक व्यक्ति को बैठाकर लाने पर वाहन मालिक, ड्राइवर व क्लीनर के ऊपर मामला दर्ज किया गया था।

आपको बता दें की छिंदवाड़ा का जुन्नारदेव परासिया क्षेत्र में कोयला उत्पादन होता है। लॉक डाउन के इस दौर में भी यहाँ से इंदौर, भोपाल, जबलपुर, नागपुर जैसी जगहों ट्रकों की आवाजाही चालू है। ऐसी स्थिति में इन ट्रकों में सवारियों को छुपाकर लाना कोई बड़ी बात नही है।