इंदौर से छिंदवाड़ा आयी युवती की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर घर भेजा, गांव वालों ने आपत्ति जताई
छिंदवाड़ा: कुछ दिन पहले छिंदवाड़ा की ग्राम पंचायत पालाचौरई, गुढ़ी में एक लड़की का इंदौर से, और दूसरी का जबलपुर से तीन दिन पहले वापस लौटी थी। पहले उन्हें जुन्नारदेव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया लेकिन उनकी हालात बिगड़ने की वजह से छिंदवाड़ा जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। इसके बाद कोरोना से संबंधित सैम्पल लिए गए, कल जबलपुर से दोनों लड़कियों के सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर छिंदवाड़ा जिला चिकित्सालय से डिस्चार्ज होकर युवती घर पहुँच गयी। लेकिन दोनों युवतियों को वापस गांव में देखकर क्षेत्र में फिर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
लोगो ने पुलिस चौकी अम्बाड़ा में जाकर अपना विरोध जताया। और पुलिस से मांग की है की नियमानुसार उसे क्वारंटाइन में रखा जाना चाहिए। स्थानीय पुलिस ने लोगों को समझाकर वापस कर दिया। आपको बता दें कि छिंदवाड़ा की ग्राम पंचायत पालाचौरई, गुढ़ी में एक लड़की का इंदौर से, और दूसरी का जबलपुर से गुढ़ी पालाचौरई पहुंची थी। दोनों ही मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित क्षेत्र इंदौर है इसीलिए इस लड़की के इंदौर से छिंदवाड़ा के गुढ़ी पहुंचते ही क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गयी।
गांव वालों का सवाल यह है कि आखिर इन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाईन क्यों नहीं किया गया क्योंकि वर्तमान समय में जिले से बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति या ड्राइवर व क्लीनर को जुन्नारदेव के छात्रावास में 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है तो फिर इतने गंभीर मामले में प्रदेश के सबसे संक्रमित एरिया से आने के बावजूद भी इन्हें क्वॉरेंटाइन करने की जगह होम क्वॉरेंटाइन का आदेश दिया गया इसी बात को लेकर एक बार फिर से क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल गर्म है।