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लॉक डाउन के बीच सफाई कंपनी का ठेका निरस्त, एग्रीमेंट में गड़बड़झाला, 710 बेरोज़गार

छिंदवाड़ा। लॉक डाउन के बीच में ही लायंस कंपनी को छिंदवाड़ा नगर निगम के 24 वार्डों की साफ-सफाई के लिए दिया गया ठेका निरस्त हो गया है। यह ठेका निरस्त होने से 710 सफाई कर्मी बेरोजगार हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम द्वारा सफाई के लिए डेढ़ करोड़ रुपए में हरियाणा की लायंस कंपनी को ठेका दिया गया था, लेकिन भुगतान नहीं मिलने से उन्होंने काम करने से मना कर दिया। ऐसी स्थिति में नगर निगम ने भी ठेका निरस्त कर दिया। वहीं सफाई कर्मियों का कहना है कि लॉकडाउन के संकट के दौरान उन्हें दो माह से वेतन भी नहीं मिला और अब बेरोजगार हो गए हैं।

पहले महंगा ठेका दिया अब बोले एग्रीमेंट में गड़बड़ी की गयी

नगर निगम कमिश्नर राजेश साही ने कहा है कि ठेका के एग्रीमेंट में ही गड़बड़ी की गई है, इसलिए ये ठेका रद्द कर दिया गया है। हटाए गए कर्मचारियों के वेतन के लिए कंपनी को भुगतान किया जाएगा।

गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के शासन काल में किए गए कार्य व ठेकों को लेकर भाजपा नेता लगातार अधिकारियों को घेरने में लगे हुए थे। नगर निगम के कार्य हो या फिर 24 वार्ड की सफाई का ठेका हो सभी पर सवाल उठने लगे थे। इसी के साथ भाजपा ने सफाई ठेका पर सवाल खड़े किए तो ननि ने हरियाणा की लायंस कंपनी से सफाई का ठेका वापस ले लिया, लेकिन इस सफाई ठेका के निरस्त करते ही इन वार्डों में काम कर रहे 710 सफाई कमियों के सामने अब रोजी रोटी का संकट आ खड़ा है।

दो माह से कंपनी ने सफाई कमियों को वेतन नहीं दिया

पिछले दो माह से इस प्राइवेट कंपनी ने इन सफाई कमियों को वेतन भी नहीं दिया है। जिसके कारण अब इन सफाईकर्मियों का गुस्सा भी फूटने लगा है। शनिवार को यह सफाई कर्मी रोजगार दिलाने के नाम पर ननि कार्यालय तथा कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे तथा वेतन दिलाने तथा रोजगार दिलाने की मांग करने लगे। नगर निगम ने इस सफाई ठेका कंपनी को डेढ़ करोड़ रुपए प्रतिमाह के हिसाब से ठेका जारी किया था, लेकिन अब अधिकारी इस ठेके पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। निगम ने इस कंपनी का पांच करोड़ रुपए का भुगतान रोक दिया है जिसके बाद ही यह संकट सामने आया है।

इस सफाई ठेके को लेकर पहले से सवाल खड़े होते रहे हैं कि आखिर इतना मंहगा ठेका नगर निगम ने क्यों जारी कर दिया तथा उसे ठेके में काम करने वाले सफाई कर्मियों की जानकारी अपने पास क्यों नहीं रखी। बताया जा रहा है कि जब पहले इन 24 वार्ड में सफाई का काम 200 सफाई कर्मी कर लेते थे तो नए ठेके में इन वार्डों में 710 कर्मचारी क्यों रखे गए। ठेका निरस्त होने के बाद अब फिर से ननि के ही कर्मचारी इन 24 वार्डों की सफाई व्यवस्था संभालेंगे।