मानसून की प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार रहें अधिकारी - कलेक्टर एस.के.सुमन
छिंदवाड़ा: कलेक्टर श्री एस.के.सुमन द्वारा जिले में आगामी मानसून काल के दौरान बाढ़ या जल भराव जैसी स्थिति उत्पन्न न होने देने के संबंध में जिले की भौगोलिक स्थिति के अनुसार बनाई गई कार्य योजना के अंतर्गत सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने आवश्यक सेवाओं जैसे ऊर्जा, संचार, सड़क, पुलों के रख-रखाव की व्यवस्था के साथ ही उन्मुख क्षेत्रों में मानसून मौसम के लिये आवश्यक वस्तुओं के भंडारण के लिये स्थान चिन्हित करने, बाढ़ या जल भराव की स्थिति में जिले में प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों में आवश्यक दवाईयों का पर्याप्त भंडार रखे जाने, पशु चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता, स्वच्छता आदि के लिये ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था करने और बाढ़ की स्थिति में राहत शिविर स्थापित करने के लिये स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश भी दिये हैं। उन्होंने कमाण्डेंट कार्यालय को मोटर-बोट सहित अन्य जीवन रक्षक सामग्री की तैयारी करने के निर्देश दिये है। साथ ही जन समस्या की जानकारी प्राप्त कर उनका निराकरण करने के लिये आगामी 15 जून से जिला मुख्यालय पर आपदा नियंत्रण कक्ष बनाकर इसे 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश भी दिये है।
अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि जिले की भौगोलिक स्थिति के अनुसार बनाई गई कार्य योजना के अंतर्गत जिले की छिन्दवाड़ा तहसील में ग्राम भैसादंड, गुरैया, सांख, उमरहर, सलैया और थावंरी कला, परासिया तहसील में पेंच नदी के किनारे के कुछ ग्राम दरबई, बेलगांव किरवारी, छिंदा, तेन्दूखेडा सहित अन्य ग्रामों को बाढ़ उन्मुख घोषित किया गया है । इसी प्रकार पांढुर्णा तहसील की गागा नदी व कन्हान नदी के किनारे के ग्राम तिगांव व पलासपानी में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना के दृष्टिगत, जिले की चौरई तहसील के माचागोरा बांध में डाउन स्ट्रीम के किनारे और ग्राम माचागोरा, सिरेगांव, झिलमिली, उमरिया आदि ग्रामों, मोहखेड़ तहसील की बेल नदी व कुलबेहरा नदी तथा हर्रई तहसील की हर्द नदी के किनारे के ग्रामों में जल भराव होने की आशंका के दृष्टिगत सावधानी बरतने और आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में बड़े और छोटे कुल 128 बांध व तालाब है तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को इन बांध व तालाबों के सुदृढ़ीकरण की अपेक्षा के साथ ही जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये गये है । उन्होंने बताया कि जिले की कन्हान, जाम, पेंच, कुलबेहरा आदि नदियों के जल स्तर बढ़ने की संभावना की स्थिति में चेतावनी जारी करने के साथ ही नदियों के खतरे के जल स्तर को छूने पर या उसके पूर्व बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष में सूचना जारी कर प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक व्यवस्था की जायेगी ।