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कलेक्टर श्री सुमन की अध्यक्षता में कोविड-19 की समीक्षा बैठक एवं सार्थक एप का पुन: प्रशिक्षण संपन्न

छिन्दवाड़ा: कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये जिले में चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस दौरान जिले के सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर्स और फीवर क्लीनिकों के पर्यवेक्षण के लिये नियुक्त नोडल अधिकारियों को सार्थक एप के संबंध में पुन: प्रशिक्षण भी दिया गया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह नागेश, अतिरिक्त कलेक्टर श्री राजेश बाथम, एस.डी.एम.श्री अतुल सिंह, प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सुशील राठी व सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी.गोगिया सहित जिले के सभी विकासखंडो के मेडिकल ऑफिसर, फीवर क्लीनिकों के नोडल अधिकारी और महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी परियोजना अधिकारी उपस्थित थे। यह बैठक सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुये दो सत्रों में संपन्न हुआ।

 कलेक्टर श्री सुमन ने कहा कि सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अपने सर्वे दल द्वारा किये जा रहे स्क्रीनिंग और सैंम्पलिंग कार्य के लिये पूरी तरह जिम्मेदार रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग कार्य और फीवर क्लीनिकों का संचालन सुचारू रूप से हो। स्क्रीनिंग और सैंम्पलिंग की जानकारी ऑनलाईन सार्थक एप में अनिवार्य रूप से दर्ज की जाये। काम के दौरान अथवा सार्थक एप पर एंट्री करते समय किसी भी तरह की तकनीकी समस्या होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन ले और प्रशिक्षण के माध्यम से अपनी सभी जिज्ञासाओं का समाधान अभी ही कर लें। आगामी दिवसों में अब यह कार्य गुणवत्तापूर्ण होना चाहिये। व्यक्तियों की स्क्रीनिंग और सैंम्पलिंग कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जायेगी। स्क्रीनिंग कार्य के दौरान इन्फ्लूएंजा जैसे लक्ष्णों और गंभीर श्वसन रोग संबंधी लक्षण पाये जाने पर ऐसे व्यक्तियों का अलग से चिन्हांकन करते हुये इनकी सैंम्पलिंग का कार्य आवश्यक रूप से करें। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में और संक्रमित व्यक्ति के सफल उपचार के लिये सैंम्पलिंग का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है। संक्रमण की जानकारी जितनी जल्दी होगी, उतनी ही जल्दी संबंधित व्यक्ति का उपचार प्रारंभ कर उसे स्वस्थ करने के साथ ही संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर्स और फीवर क्लीनिकों के नोडल ऑफिसर्स को सर्वे टीम द्वारा किये जा रहे कार्यों पर पूरी तरह जिम्मेदारी के साथ निगरानी रखने के निर्देश दिये।

बैठक में कलेक्टर श्री सुमन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि जिले में प्रतिदिन की जा रही सैम्पलिंग की संख्या बढ़ाई जाये। उपलब्ध ट्रू नॉट मशीन का भी पूरी केपेसिटी के साथ उपयोग किया जाये। जिन व्यक्तियों की सैम्पलिंग की जा रही है, उन्हें रिपोर्ट आने तक अनिवार्य रूप से संस्थागत कोरेन्टाईन में रखा जाये। बाहर से आये सभी व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिये भेजे जायें और उन्हें निर्धारित अवधि तक कोरेन्टाईन में रखा जाये। संस्थागत कोरेन्टाईन किये गये व्यक्तियों के प्रबंधन में पूरी सावधानी बरतें। अलग-अलग स्थानों से आये हुये व्यक्तियों को अधिक संख्या में एक ही परिसर में नहीं रखा जाये। सभी अधिकारी व कर्मचारी भी अपने कार्य स्थल और फील्ड में कार्य के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिये जारी गाइड लाईन का स्वयं भी पूरी तरह पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नागेश को आई.एल.आई. और एस.ए.आर.आई. के प्रकरणों में सैम्पलिंग की प्रगति का प्रतिवेदन नियमित प्राप्त करने के निर्देश दिये।