गलवन में चीन की नापाक हरकत को नहीं भूलेगा देश
Publish Date: | Thu, 18 Jun 2020 04:14 AM (IST)
आक्रोशः सामाजिक कार्यकर्ताओं और आमजनों ने कहा चीनी उत्पाद का करें बहिष्कार
नोट सभी के नाम से फोटो हैं।
छिंदवाड़ा। गलवन घाटी में भारत के 20 सैनिक शहीद होने के बाद देश में चीन के प्रति रोष का माहौल है। एलएसी को लेकर हुए विवाद पर जिले के समाजसेवियों, राजनैतिक दलों से जुड़े लोग और व्यापारी व आमजनों ने कठोर शब्दों में निंदा की है। साथ ही चीनी उत्पाद का बहिष्कार करने की अपील भी की है। इसके साथ ही गलवन घाट में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। नवदुनिया संवाददाता ने भी आमजन, राजनैतिक दल से जुड़े लोगों और व्यापारियों से बात की।
हम अहिंसक हैं कायर नहीं
सर्वोदय अहिंसा अभियान समिति से जुड़े दीपक राज जैन ने कहा कि भारत देश की गिनती अहिंसा प्रिय देश में होती है, लेकिन अहिंसा को कहीं से भी कायरता न समझा जाए। पड़ोसी देश हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं ले, क्योंकि हम हिंसा का जवाब भी देना जानते हैं। हम चीन की कायराना करतूत की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
चीनी उत्पाद का करें बहिष्कार
समाजसेवी देवेंद्र उपासनी ने कहा कि अब समय आ गया है कि चीन को उसकी भाषा में ही जवाब दें, चीन की आर्थिक कमर तोड़ने के लिए आवश्यक है, चाइना उत्पादों का बहिष्कार किया जाए। जो पड़ोसी देश हमसे शत्रुता रखता है, उस देश के उत्पाद का इस्तेमाल करना कहीं से भी देश भक्ति नहीं माना जा सकता है।
चाइना उत्पाद का नहीं करूंगा इस्तेमाल
कारोबारी तरुण तिवारी ने कहा कि मैंने तय किया है कि अब चाइना के उत्पाद का इस्तेमाल नहीं करूंगा। इसे लेकर मैं लोगों को भी जागरूक करूंगा। सबसे पहले मैं खुद भी चीनी उत्पाद का इस्तेमाल बंद कर रहा हूं, चीन ने 58 सालों बाद ये कायरना करतूत की है, जिसका माकूल जवाब केंद्र सरकार देगी ऐसी उम्मीद है।
पीएम देंगे माकूल जवाब
भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री लगातार इस मामले पर नजर रखे हुए हैं। निश्चित तौर पर चीन को उसकी भाषा में ही जवाब मिलेगा। ये तय है। अब देशवासी किसी भी प्रकार से इस नापाक घटना को सहन नहीं करेंगे। शहीदों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
जवाबी कार्रवाई की जाएगी
जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी ने कहा कि 1962 में चीन ने भारत पर हमला किया था, जिसके बाद एक बार फिर चीन ने आंखें तरेरी हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि इसे लेकर चीन को जवाबी कार्रवाई की जाएगी, हर भारतवासी इस घटना के विरोध में एकजुट है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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