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सबसे ज्यादा मक्का उत्पादन पर फिर भी बे-भाव

Publish Date: | Sun, 07 Jun 2020 04:07 AM (IST)

इस वर्ष भी रहेगा आर्मी वर्म का खतरा

पिछले वर्ष प्रभावित रही थी फसल, इस बार जिले के किसान घटा सकता है मक्के का रकबा

फोटो -10

छिंदवाड़ा। देश की कॉर्न सिटी छिंदवाड़ा के मक्के की मांग देश में घटती जा रही है किसानों को मंडियों में मक्के के सही भाव नहीं मिल रहे है जिसके कारण मंडियों में मक्के की आवक साल भर प्रभावित रही है। जिले का यह पीला सोना अब देश की मल्टीनेशनल कंपनियों को भी नहीं भा रहा है जिसके कारण कंपनियां भी जिले में आकर खरीदी नहीं कर रही है। पिछले वर्ष आर्मी वर्म का खतरा था जो इस वर्ष भी बना हुआ है जिसके कारण इस वर्ष जिले में मक्के का रकबा प्रभावित हो सकता है। जिले की एक मात्र ए-क्लास मंडीकुसमेली में अभी भी मक्के की आवक दर्ज की जा रही है जिसका भी भाव किसानों को सही नहीं मिल पा रहा है। इस वर्ष रकबा प्रभावित होने का सबसे बड़ा कारण आर्मी वर्म के साथ ही जिले के किसानों को पिछले वर्ष भाव नहीं मिलना भी हो सकता है।

– 2.50 लाख से 2.70 लाख हेक्टेयर के बीच का लक्ष्य

पिछले वर्ष की बात की जाए तो जिले में 2.93 लाख हेक्टेयर भूमि पर मक्के की बोनी की गई थी जिसमें तकरीबन 10 लाख मीट्रिक टन मक्का पैदा हुआ था। जबकि पिछले वर्ष 25 प्रतिशत फसल प्रभावित हुई थी जबकि पिछले वर्ष रकबा उसके पहले वर्ष से ज्यादा ही था। कृषि विभाग की माने तो इस वर्ष मक्के का रकबा 2.50 लाख से 2.70 तक रखा है। जिसकी तैयारी भी विभाग ने शुरु कर दी है।

– मंडी में मिल रहा 1700 तक भाव

इस वर्ष किसानों ने मंडी में मक्का बेचने में रुचि नहीं दिखाई है। जिले की ए क्लास मंडी जिसमें साल भर मक्के की आवक रहती है उसमें भी मक्के की आवक कम दर्ज की जा रही है, मक्का पिछले वर्ष की तुलना में आधा भी नहीं पहुंचा है। इसका सबसे बड़ा कारण किसानों को मक्के का भाव नहीं मिलना है। मंडी में कई किसान तो मक्के की बोली तक निरस्त करा रहे है जबकि किसानों को 1700 रुपए का भाव मिल रहा है। किसान भाव बढ़ने के इंतजार में बैठे है।

– इनका कहना है।.. इस वर्ष रकबा मक्के का रकबा 2.50 लाख से 2.70 लाख हेक्टेयर के बीच रखा गया है। मक्के के सही भाव व आर्मी वर्म के कारण इस वर्ष मक्के का रकबा प्रभावित हो सकता है। किसानों को अन्य फसलों को भी खेतों में लगाने के लिए जागरुक किया जा रहा है।

जेआर हिड़ाऊ, उपसंचालक, कृषि विभाग, छिंदवाड़ा।

आज सम्मानित होंगे प्रतिस्पर्धा के विजेता

अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन का अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन आयोजन

छिंदवाड़ा। कोरोना संक्रमण काल मे लॉक डाऊन के दौरान अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन एवं सर्वोदय अहिंसा के संयुक्त तत्वावधान में जैन समाज मे विविध क्षेत्रों में रुचि रखने वाली प्रतिभाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा जैनस गॉट टैलेंट का आयोजन किया गया। जिसके समस्त विजेताओं को आज रविवार 7 जून को सम्मानित किया जाएगा। फेडरेशन के मीडिया प्रभारी दीपकराज जैन एवं ऋषभ शास्त्री ने बताया कि सम्मान समारोह का भव्यआयोजन सुबह 10 बजे ऑनलाइन रखा गया है। जिसके मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाज सेवी प्रेमचंद बजाज कोटा, विशेष अतिथि इंजी.अनिल जैन अध्यक्ष दिल्ली फेडरेशन एवं अध्यक्षता अजितप्रसादजी जैन राजपुर रोड दिल्ली करेंगे। समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में जैन दर्शन के अंतरराष्ट्रीय वक्ता डॉ.हुकुमचन्दजी भारिल्ल एवं डॉ.संजीवजी गोधा जयपुर रहेंगे। जिन्हें सुनने का सौभाग्य सकल समाज को मिलेगा।- ये थी मुख्य प्रतियोगितासंजय शास्त्री एवं सयंम शास्त्री ने बताया कि प्रतिस्पर्धा में गायन, वादन, भाषण, भजन, वीडियो मेकिंग, ग्राफिक्स, एकल अभिनय, कहानी कथन आदि 14 प्रतियोगिताओं को समाहित किया गया था। जिसमें भारत सहित यूएसए, कनाडा, दुबई, सिंगापुर, नैरोबी आदि से 1250 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया और कुल 743 श्रेष्ठतम प्रविष्टियां प्राप्त हुई थी। जिनके विजेताओं को आज 7 जून रविवार को सम्मानित किया जाएगा।

Posted By: Nai Dunia News Network

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