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जुलाई में होगा भंडारकुंड से भिमालगोंदी के बीच सीआरएस, लॉकडाउन से प्रभावित हुई परियोजना

Publish Date: | Tue, 23 Jun 2020 04:03 AM (IST)

छिंदवाड़ा-नागपुर परियोजनाः लगातार लेट हो रही परियोजना, इलेक्ट्रीफिकेशन का भी कार्य हो गया पूर्ण

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फोटो-4

छिंदवाड़ा नागपुर ब्राडगेज लाइन

छिंदवाड़ा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना का चौथा व अंतिम खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग का कार्य पूर्ण है। इस खंड को सिर्फसीएसआर (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) का इंतजार है। जिसके बाद सीआरएस की अनुमति मिलने के बाद यह परियोजना पूर्ण हो जाएगी। इसके साथ ही रेलवे इलेक्ट्रीफिकेशन का भी सीआरएस किया जाना है हालांकि अब तक कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने निरीक्षण की तिथि घोषित नहीं की है।

चौथे खंड भंडारकुंड से

भिमाल गोंदी रेलमार्ग 20 किमी घाट सेक्शन का कार्य मई माह में पूर्ण हो चुका है लेकिन कोरोना वायरस के चलते सीआरएस की तिथि निर्धारित नहीं हो पा रही है। गौरतलब है कि गेज कन्वर्जन विभाग की लेटलतीफी की वजह से परियोजनालगभग 1 वर्ष विलंब से चल रही है। भंडारकुंड से भिमालगोंदी का कार्य नवंबर 2019 में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन पिछली बार सीआरएस ने ब्रिज नंबर- 83 पर तकनीकी खामियों एवं रिटर्निंग वॉल न बनने की वजह से निरीक्षण करने से साफ इंकार कर दिया था।

इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य भी है पूर्ण

छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना के अंतर्गत रेलमार्ग और इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य चार खंडों में किया गया है। इसमें छिंदवाड़ा से भंडारकुुंड, इतवारी से केलोद, केलोद से भिमालगोंदी तक इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है और इस खंड में ट्रेनों का परिचालन भी किया जा रहाहै। इस परियोजना के अंतिम खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग पर भी इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है।

तीन खंडों में दौड़ रही ट्रेन

1 दिसंबर 2015 को छिंदवाड़ा से नागपुर आमान परिवर्तन परियोजना के लिए छोटी रेल लाइन पर ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया गया। छिंदवाड़ा-नागपुर गेज कन्वर्जन परियोजना को वर्ष 2005-06 में स्वीकृति मिली थी। वर्ष 2008 में परियोजना के कार्य प्रारंभ हुए। 10 वर्ष बाद जनवरी 2018 में छिंदवाड़ा-भंडारकुंड तथा 23 फरवरी 2019 को इतवारी केलोद के बीच ट्रेन दौड़ाई जा सकी है।

छिंदवाड़ा-नागपुर आमान परिवर्तन परियोजना पर एक नजर

– परियोजना कुल लागत – 1420.38 करोड़

– परियोजना की लंबाई – 149 किमी

– मध्यप्रदेश क्षेत्र में – 95 किमी

– महाराष्ट्र क्षेत्र में – 54 किमी

– स्टेशनों की संख्या – 11

– हाल्ट स्टेशनों की संख्या – 14

– बड़े पुलों की संख्या – 28

– छोटे पुलों की संख्या – 307

– टनल की संख्या – 2

छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना के अंतर्गत भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेल मार्ग एवं इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। संभवतः जुलाई माह में सीआरएस हो सकता है। रेलमार्ग और इलेक्ट्रीफिकेशन दोनों का सीआरएस अब एक साथ होगा।

– एचपी त्रिपाठी, चीफ इंजीनियर, गेज कन्वर्जन विभाग

Posted By: Nai Dunia News Network

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