पुलिस आरक्षकों के स्वीकृत पद बढ़ाने की मांग
Publish Date: | Sun, 05 Jul 2020 04:03 AM (IST)
छिंदवाड़ा। आगामी समय में होने वाली मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में स्वीकृत पदों को बढ़ाने जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विक्रम अहके ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र, फैक्स, ई-मेल प्रेषित कर पुलिस आरक्षक स्वीकृत पदों को 4 हजार 269 से बढ़ाकर बीस हजार करने की मांग की है।
जिला कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता विक्रम अहके ने बताया कि, मप्र में पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया पिछले तीन वर्षों से रुकी हुई है। जिसके चलते प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों की उम्र बढ़ने से एवं तीन वर्ष के अंतराल होने के कारण कॉम्पटीशन कठिन हो गया है। जिसके चलते मप्र में बेरोजगारों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। कुछ दिन पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा मंत्रालय में फाईल बुलाकर 4 हजार 269 पदों की स्वीकृति प्रदान की है जो कि, वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए एवं बेरोजगारों की संख्या को देखते हुये ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। अतः हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि इन पदों की संख्या बढ़ाकर लगभग बीस हजार की जाए अन्यथा कांग्रेस के द्वारा आगामी समय में युवाओं के हित पर उग्र प्रदर्शन किया जाए।
कोयला श्रमिक संगठनों के समर्थन में आए सांसद नकुल नाथ
छिंदवाड़ा। सांसद नकुल नाथ ने कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग लागू किए जाने के एक तरफा निर्णय का विरोध करते हुए कोयला मजदूरों के हित में सभी श्रम संगठनों को अपना समर्थन देने की बात कही है। श्री नाथ ने कहा कि वे कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग वापिस लिए जाने हेतु संसद में अपना पक्ष रखेंगे।
गौरतलब है कि 18 जून 2020 को प्रधानमंत्री और कोयला मंत्री की उपस्थिति में संपन्ना हुई वचुर्अल बैठक के माध्यम से 51 ब्लाक की नीलामी कमर्शियल माइनिंग के तहत की गई। जिसके कारण कोयला उद्योग में कोयला मजदूरों को प्राप्त सभी सहूलियतों एवं सुविधाओं का अहित होने एवं निकट भविष्य में कोयला उद्योग के निजीकरण की ओर बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए सांसद ने इस एकतरफा निर्णय का विरोध किया है। साथ ही उन्होंने सभी श्रम संगठनो द्वारा कोयला उद्योग में देशव्यापी हड़ताल के निर्णय को कोयला मजदूरों के हित में सही कदम बताया है। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर भारत सरकार को कमर्शियल माइनिंग वापिस लिए जाने के लिए बाध्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार सन् 2014 से लगातार कोयला खदानों के खनिज एवं वाणिज्य कार्य को नीलाम कर राष्ट्रीयकरण सुविधा को समाप्त कर पूंजीपतियों के दबाव में कामगारों का अहित कर रही है, जबकि 29 सितंबर 2014 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार बिना श्रम संगठन के लोगों एवं संसद मे बिना चर्चा के एकतरफा निर्णय कर केवल नीति आयोग की सिफारिश के बाद वर्ष 2015 में स्पेशल कोल प्रोविजंस एक्ट बनाते हुए 214 कोल ब्लाक की नीलामी के तहत 36 कोल ब्लाक में उत्पादन की योजना बनाई थी किंतु असफलता के कारण पुनः भारत के कोल उद्योग एवं ट्रेड यूनियन एक्ट, वेजेस एक्ट, माइंस एक्ट एवं रेगुलेशन में संसोधन करते हुए 44 श्रम कानूनों को 4 कोड बिल में समाहित कर वर्ष 2018 में कोल खनन एवं वाणिज्य 100 प्रतिशत (एफडीआई) लागू की गई।
तीन दिन के दौरे पर आएंगे सांसद नकुल नाथ
छिंदवाड़ा। सांसद नकुल नाथ का आगामी 7 जुलाई को छिंदवाड़ा आगमन होने जा रहा है। श्री नाथ 7 जुलाई से 9 जुलाई तक अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान नगर एवं जिले में आयोजित विभिन्ना कार्यक्रम एवं बैठकों में उपस्थित होंगे। सांसद कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 जुलाई को सुबह 11ः30 बजे सांसद नकुल नाथ का विशेष वायुयान द्वारा छिंदवाड़ा आगमन होगा। जिसके बाद वे पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में उपस्थित होंगे। 8 जुलाई को सुबह 11ः30 बजे सांसद श्री नाथ स्थानीय कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उपस्थित होंगे तदोपरांत वे छिंदवाड़ा से प्रस्थान कर दोपहर 1 बजे परासिया में आयोजित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में सम्मिलित होंगे। 9 जुलाई को सांसद शाम को दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
घर में रहकर ही करे नागपंचमी में पूजन
-नागद्वारी मेले में कलेक्टर ने लगाया प्रतिबंध
छिंदवाड़ा। हर साल होशंगाबाद जिले में लगने वाले नागद्वारी मेले का आयोजन इस साल प्रशासन ने स्थगित कर दिया। हर साल गुरूपूर्णिमा से मेला शुरू हो जाता था। जिसमें छिंदवाड़ा सहित महाराष्ट्र, सिवनी, और नरसिंहपुर के शिव भक्त नागद्वारी मेले में शामिल होने जाते थे। लेकिन इस साल कोरोना महामारी को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मेले को स्थगित कर दिया और आदेश जारी किया कि सभी शिव भक्त नागद्वारी मेला न जाकर अपने घरों में ही पूजन करें। इसके अलावा छिंदवाड़ा कलेक्टर ने आस पास के जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को भी पत्र लिखा कि वे भी होशंगाबाद सीमा से जाने वाले शिव भक्तों को रोकें। हर साल छिंदवा़ड़ा जिले सहित आस पास के जिलों से सैकड़ो की संख्या में शिव भक्त नागद्वारी मेले जाते थे। जहां होशंगाबाद जिले में लगने वाले इस मेले में एक पखवाड़े के दौरान सैकड़ो भक्त पहुंच जाते है और पहाड़ी में बनी गुफा में बैठे नागराज की प्रतिमा की पूजन करते हैं, लेकिन इस दौरान गुफा तक जाने के लिए भक्तों को दुर्गम रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। जहां पूरी चढ़ाई पहाड़ी पर होती है। हर साल इस मेले में शामिल होने के लिए सर्वाधित महाराष्ट्र के नागपुर, अमरावती सहित अन्य जिलों से भक्त जाते थे, लेकिन इस साल छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने इस मेले को कोरोना महामारी के चलते स्थगित करते हुए मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही शिव भक्तों से प्रशासनिक अधिकारियों ने निवेदन किया है कि वे अपने-अपने घरों में ही रहकर नागपंचमी की पूजन करें। साथ ही जिले की हर सीमा से गुजरने वाले भक्तों के आवागमन पर पाबंदी लगा दी है ताकि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाया जा सकें। इसके लिए कलेक्टर श्री सुमन ने सिवनी, नरसिंहपुर और नागपुर के प्रशासनिक अधिकारी को पत्र लिखकर मेला को स्थगित किए जाने की जानकारी देते हुए सीमा पर ही भक्तों को रोकने के लिए कहा है।
उद्यानिकी किसानों को खरीफ प्याज की तैयारी की सलाह
छिंदवाड़ा। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से संबद्ध आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र छिंदवाड़ा द्वारा उद्यानिकी किसानों को खरीफ प्याज की खेती की तैयारी की सलाह दी गई है। किसानों को सलाह दी गई है कि प्याज के लिये पौधशाला की तैयारी करें। पौधशाला में गोबर की अच्छी सड़ी हुई खाद् अवश्य डालें। प्याज की अनुशंसित प्रजातियां जैसे एन-53, एग्रीफाउंड डार्क रेड, अर्का कल्याण, भीमा सुपर आदि ही लगाये। बीज की बुआई के पहले बीजोपचार अवश्य करें। एक हैक्टेयर की खेती के लिये 10-12 किलो बीज की पौधशाला तैयार करें।
Posted By: Nai Dunia News Network
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