पांच सालों से चल रहा है पंचमुखी हनुमान का अभिषेक
Publish Date: | Tue, 04 Aug 2020 04:03 AM (IST)
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रंगारी ठोका में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर
सौंसर। सौंसर तहसील के ग्राम रंगारी ठोका में स्थित एकमात्र पंचमुखी हनुमान मंदिर विराजमान है, इस मंदिर में विगत 5 वर्षों से निरंतर पंचमुखी हनुमान मंदिर कमेटी अध्यक्ष एव भाजपा नेता आनंद ठाकरे हर पूर्णिमा को पांच वर्षो से लगातार विधि विधान से अभिषेक कर रहे हैं, इस पूजा में इनके द्वारा एक भी दिन छूट नहीं रहा है। लॉकडाउन के दौरान सोमवार को रक्षाबंधन के पर्व पर भी यह पूजा निरंतर जारी है, श्री ठाकरे के द्वारा सोमवार को श्रावणी (नारली) पूर्णिमा रक्षाबंधन के अवसर पर सुबह पूजन कर सिंदूर चढ़ाकर अभिषेक किया गया। मिली जानकारी के अनुसार पुरातन हनुमानजी 250 वर्षों से विराजमान है, इसी मंदिर में पंचमुखी हनुमानजी की प्राण-प्रतीष्ठा श्री श्री 1008 स्वामी सुदर्शनाचार्य पिठाधीश्वर बद्रीनारायण ट्रस्ट मंदिर डभोई गुजरात में पांच वर्ष पूर्व की थी।
रक्षाबंधन मनाने आई बहनों को बॉर्डर से होना पड़ा वापस
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बार्डर पर बाहर से आने वाले वाहनों पर लगी रही रोक
सौंसर। सोमवार को भाई बहन के प्रेम विश्वास, रक्षा के पर्व रक्षाबंधन पर्व को नगर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बहनों ने अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधकर और उनके उम्र की लंबी दुआएं ओर रक्षा का वचन लिया। वैसे तो लॉकडाउन का बड़े पैमाने पर असर रक्षाबंधन पर पड़ा है, बावजूद इसके बहनों ने रक्षाबंधन पर्व को अपने अपने तरीके से मना कर भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा, बाहर गांवों की ओर से अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए आने वाली बहनों को सातनूर महाराष्ट्र से प्रशासन के द्वारा लगाए गए चेक पोस्ट से ही वापस होना पड़ा है। बहनों के द्वारा भाइयों की कलाई पर अपने घरों में शांति पूर्ण रूप से लॉकडाउन का पालन करते हुए राखियां बाधकर रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। नगर और सौंसर क्षेत्र ग्रामीण भागों में रहने वाले भाइयों की कलाई पर आसानी और थोड़ी सी जद्दोजहद आवागमन में थोड़ी परेशानी के बाद में बहनों ने राखियां बांधी है, परंतु दूर अन्य प्रदेशों या दूसरे जिलों में बैठे हुए भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनों ने इंटरनेट और वीडियो कॉलिंग का सहारा दिया।
महाराष्ट्र की ओर से सौंसर क्षेत्र में अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने आने वाली बहनों को सातनूर बॉर्डर से ही वापस लौटना पड़ा। सौंसर नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों के रिश्तेदारी बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र के सावनेर, नागपुर, काटोल, कलमेश्वर किल्लौद आदि से है। अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने वाली बहनें सोमवार को भी सौंसर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में राखी बांधने के लिए अपने घर से निकलीं, परंतु सातनूर महाराष्ट्र बॉर्डर पर प्रशासन के अधिकारी और चेक पोस्ट ना करें तथा बाहरी लोगों को प्रवेश वर्जित नहीं होने के चलते उन्हें सातनूर बॉर्डर से ही वापस लौटना पड़ा।
कंपनियों में नहीं पहुंचे रक्षाबंधन पर कामगार
सौंसर। लॉकडाउन के दौरान भी कामगारों को रोजगार उपलब्ध हो सके इस उद्देश्य को लेकर औद्योगिक क्षेत्र की लगभग 30 कंपनियां शुरू हुई हैं, बावजूद इसके कंपनियों में कामगार कार्य करने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं, हालांकि ऐसी भी जानकारी मिली है कि कई कामगार कंपनियों में ग्रामीण क्षेत्रों से आवागमन करते हैं और साधन पूरी तरीके से बंद होने के चलते कंपनियों तक पहुंचने के लिए इनके पास में कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं दूसरी और कोई कामगार आना चाहता है, परंतु पुलिस और लॉकडाउन के चलते आ नहीं पा रहा है,
दो दिनों की अपेक्षा रक्षाबंधन के पर्व होने के कारण सोमवार को कंपनियों में बड़े पैमाने पर कामगार नहीं पहुंचे है, कामगारों के कंपनियों में नहीं पहुंचने के चलते कंपनियों को नुकसान भी हो रहा है। बोरगांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के वामन ठोंबरे ने बताया कि कंपनियों का संचालन किया जा रहा है परंतु लॉकडाउन के कारण जगह-जगह पर पुलिस का पहरा चेक पोस्ट होने के चलते कामगार कंपनी में नहीं आ रहे हैं, सोमवार को मात्र 25 प्रतिशत कामगार ही कंपनियों में पहुंचे हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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