संतान की दीघार्यु के लिए माताओं ने रखा व्रत
Publish Date: | Mon, 10 Aug 2020 04:09 AM (IST)
दमुआ। संतान की अभिलाषा उसकी रक्षा और दीर्घायु की कामना लेकर रविवार को माताओं ने हलषष्ठी का व्रत रखा। सनातन संस्कृति में संभवत? यह अकेला ऐसा व्रत है जब खुद पूज्य माने जाने वाली माताएं अपनी संतानो के लिए गौरी पूजन कर अपने बच्चों की लंबी उम्र की प्रार्थना अपने इष्ट से करती है। भादो मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि भारतीय संस्कृति में संतानों की मंगल कामना के निमित्त नियत है। माताएं इसे छ्ठ के रूप में मनाती हैं। इस बार अन्य कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्वों की तरह हल षष्ठी पर्व भी कोरोना के साये में मनाना पड़ा है। बावजूद इसके क्षेत्र में माताओं ने यह पर्व आस्था पूर्वक मनाया। रविवार को महिलाएं समूहों में घर और आंगन में छठ पूजन करते देखी गई। माता गौरी के पूजन के साथ पूजन स्थलों से भक्ति गीतों के स्वर भी सुनाई दिए। भादो मास की हल षष्ठी पर महिलाओं ने प्रकृति से मिली पूजन सामग्री का उपयोग किया। रविवार लॉक डाउन के चलते महिलाओं ने पूजन के लिए बाजार से लाई, कास, कुन्दा, मोआ के फूल, धतूरा, बेल पत्र लाही, महुआ आदि प्राकृतिक सामग्रियों की खरीदारी शनिवार ही कर ली थी। महिलाओं ने पूजन किया। व्रत धारी महिलाओ ने बताया कि इस व्रत में खेतो में उगाये गए अन्ना का सेवन नहीं किया जाता है।
महाविद्यालय में स्नातक की प्रवेश प्रक्रिया शुरू
दमुआ। स्कूली शिक्षा के सबसे बड़ी परीक्षा हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए यह खुशी का विषय है कि शासकीय महाविद्यालय दमुआ में स्नातक स्तर की प्रवेश प्रक्रिया 5 अगस्त से प्रारंभ हो गई है। इस प्रक्रिया के दौरान स्नातक में प्रवेश चाहने वाले छात्रों को एमपी ऑन लाइन के जरिए पंजीयन करवाना होगा। साथ ही महाविद्यालय तथा विषय समूह का विकल्प भी देना होगा, जिसके लिए 20 अगस्त तक का समय छात्रों के पास है। इस दौरान उन छात्रों को हेल्प सेंटर जाकर डॉक्यूमेंट का सत्यापन कराना आवश्यक है । प्रभारी प्राचार्य अजय कुमार नावरे ने बताया शासकीय महाविद्यालय दमुआ जो कि हेल्प सेंटर है प्रवेश के इच्छुक छात्र छात्राएं यहां पहुंचकर भी दस्तावेजों का सत्यापन कार्य करा सकते हैं। उन्होंने बताया सत्यापन के बताया 28 अगस्त से प्रथम चरण के सीट आवंटन पत्र जारी होंगे, जिसकी सूचना छात्रों को उनके मोबाईल पर मिलेगी तथा पोर्टल पर भी प्रदर्शित होगी। आवंटन प्राप्त होते ही छात्रों को अपने विषयानुसार महाविद्यालय में प्रवेश शुल्क का डिजिटली ऑनलाइन भुगतान करना होगा। यह भुगतान 28 अगस्त से 2 सितंबर तक किया जा सकता है, तभी आवेदकों का प्रवेश मान्य होगा। यह ध्यान देने योग्य बात है कि यह प्रथम चरण की प्रक्रिया है। जो आवेदक इस प्रक्रिया में अपना पंजीयन नही करवा पाये है वे सीएलसी राउंड में अपना पंजीयन कर प्रवेश की प्रक्रिया को पूर्ण कर सकते हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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