महेश बाबू हैं परफेक्ट पति, खूबियां जान नम्रता से हो जाएगी जलन

महेश बाबू और नम्रता शिरोडकर ने फरवरी 2005 में शादी कर कई लोगों को चौंका दिया था। दोनों के बीच करियर से लेकर लैंग्वेज और कल्चर तक का अंतर था। ऐसे में इनकी शादी चलेगी भी या नहीं, इसे लेकर भी लोगों को काफी शक था। हालांकि, यह स्टार कपल आज भी सभी को गलत साबित करते हुए हैपी मैरिड लाइफ जी रहा है। अपनी इस खुशहाल शादीशुदा जिंदगी के लिए नम्रता काफी हद तक पति महेश की अप्रोच और खूबियों को क्रेडिट देती हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में:
पैसों का दिखावा नहीं पसंद
ये कौन नहीं जानता कि महेश बाबू रिच सुपरस्टार हैं, लेकिन नम्रता की मानें तो उनके पति को अपनी दौलत का दिखावा करना एक पर्सेंट भी पसंद नहीं है। उन्होंने बताया कि महेश जमीन से जुड़े रहना पसंद करते हैं और हमेशा पैसों के पीछे नहीं भागते रहते।
आज के जमाने में जब कपल्स पैसों की दौड़ में आगे निकलने में बिजी रहते हैं, वहीं महेश बाबू की ये खूबी बताती है कि वह यह बात कितने अच्छे से समझते हैं कि प्यार पैसों से बढ़कर है। अब आप ही बताइए, क्या आप ऐसा पति नहीं चाहेंगी जो हमेशा पैसों के पीछे ना भागता रहे?
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प्यार जाहिर करना
महेश बाबू और नम्रता की शादी को 10 साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन आज भी यह ऐक्टर अपनी पत्नी को बेहद प्यार करता है। सबसे खास बात तो ये है कि वह इसे अभी भी जाहिर करने से कतराता नहीं है। वह अभी भी अपनी पत्नी को खुश रखने की पूरी कोशिश करते हैं और अपने ईगो को कभी आड़े नहीं आने देते।
शादीशुदा महिलाएं अक्सर इस चीज की कंप्लेन करती हैं कि उनके पति अब उन्हें वैसा प्यार नहीं करते, जैसा पहले करते थे। साथ ही कई रिश्तों में पति का मेल ईगो पत्नी के आत्मसम्मान को ठेंस पहुंचाता दिखता है। इसकी जगह अगर पति प्यार को जाहिर करे, पत्नी की केयर करे, उसके साथ क्वॉलिटी टाइम बिताए, तो भला मैरिड लाइफ हमेशा खुलहाल कैसे न बनी रहेगी?
काम को घर के बाहर छोड़ना
नम्रता ने बताया था कि वह महेश कि इस बात की कायल हैं कि वह शूटिंग से लौटने के बाद काम से जुड़े विचारों को भी घर के बाहर ही छोड़कर आते हैं। घर में वह सिर्फ एक लविंग हस्बैंड और फादर होते हैं।
अक्सर देखा जाता है कि पति अपने काम में इतने बिजी हो जाते हैं कि वह उसकी टेंशन से लेकर बचे हुए वर्क को भी घर में लाते हैं। इससे होता यह है कि वे अपनी फैमिली को समय ही नहीं दे पाते। अब अगर कोई साथ में टाइम ही स्पेंड नहीं करेगा, तो दूरी आना तो लाजमी है।
कम्यूनिकेशन और ट्रांसपरैंसी
नम्रता और महेश बाबू दोनों ही अपनी बातें सीधे-सीधे लफ्ज़ों में जाहिर करते हैं। साथ ही दोनों के एक-दूसरे से कुछ भी नहीं छिपाते, जिस वजह से ऐक्टर का नाम अगर किसी अदाकारा के साथ जोड़ा भी जाए, तो भी दोनों के बीच गलतफहमी जगह नहीं ले पाती है।
कम्यूनिकेशन का सबसे बड़ा फायदा ही ये होता है कि दो लोगों को एक-दूसरे के बारे में लगभग सभी चीजें पता होती हैं। ऐसे में अगर कोई तीसरा व्यक्ति आकर भड़काने की भी कोशिश करे तो वह सफल नहीं हो पाता है। इसीलिए पति को अपनी पत्नी से बात करने के लिए रोज समय जरूर निकालना चाहिए। दिन में वक्त न भी मिले, तो रात में सोने से पहले जरूर बात करें।