दो साल पहले बना ट्रैक, अब लगेगा ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट सिस्टम
Publish Date: | Mon, 24 Aug 2020 04:04 AM (IST)
– प्रदेश के सभी जिले में सेंटर बनाने के लिए परिवहन विभाग ने बनाई कार्ययोजना
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आरटीओ कार्यालय
छिंदवाड़ा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। परिवहन विभाग ने ड्रायविंग लाइसेंस बनाने की प्रकिया में परिवर्तन करते हुए जिले के परिवहन कार्यालय में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट सेंटर स्थापित करने की कार्ययोजना बनाई थी जो कि ठंडे बस्ते में थी। नई इमारत के साथ ही टेस्ट के लिए ट्रैक बनाया गया था, लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं था। परिवहन विभाग ने फिर ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्ट सेंटर स्थापित करने की कार्ययोजना को बल दिया है। जल्द ही मप्र के सभी जिलों में नए ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्ट सेंटर खोले जाएंगे। जिसके तहत ड्रायविंग लाइसेंस हेतु टेस्ट आधुनिक एवं उन्नात तरीके से लिए जाएंगे। वर्षो से रुके ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट सेंटर के विषय को परिवहन आयुक्त द्वारा प्राथमिकता पर लिया गया। इस संदर्भ में 11 अगस्त को सीआईआरटी के वरिष्ठ तकनीकी सलाहकारों से वीडियों कॉफ्रेंस पर परियोजनाओं को गति प्रदान करने हेतु चर्चा कर शीघ्र रिक्वेस्ट फार प्रपोजल प्रस्तुत करने हेतु परिवहन आयुक्त ने निर्देशित किया। गौरतलब है कि इस सेंटर के बनने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस की प्रकिया को और सुदृढ़ एवं पारदर्शी बनाया जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में जहां पर परिवहन विभाग के नए कार्यालय बने हैं वहां वह पर इस सेंटर को स्थापित करने के लिए ट्रैक का निर्माण किया जा चुका है। पूर्व में आदेश के बाद से वर्तमान में इंदौर में यह सेंटर कार्य कर रहा है वहीं शीघ्र ही भोपाल में भी इस सेंटर का शुभारंभ नए आरटीओ कार्यालय में होने वाला है। जल्द ही परिवहन विभाग इस सेंटर को सभी जिले में स्थापित करने की कार्ययोजना है।
सेंटर स्थापित होने से मिलेगा लाभ
इस ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट सेंटर के प्रमुख बिंदु कई हैं, जिससे बायोमैट्रिक पहचान स्थापित होने पर ही व्यक्ति ड्राइविंग टेस्ट दे सकता है। बिना मानव हस्तक्षेप के ड्रायविंग टेस्ट लिया जाएगा। सेंसर आधारित सीसीटीवी एवं सॉफ्टवेयर के जरिए पूरे ड्राइविंग टेस्ट की रिकॉडिंग और मॉनिटरिंग हो सकेगी। अलग-अलग बिंदुओं पर चालक के कौशल को अंकित कियाजाएगा और उचित मापदंड हासिल करने पर ही ड्रायविंग टेस्ट में पास माना जाएगा। ड्राइविंग टेस्ट के लिए अपॉइमेंट लॉनलाइन ही प्राप्त किया जाएगा एवं ऐप्लीकेशन स्टेटस की जानकारी ऑनलाइन कभी भी प्राप्त की जा सकती है।
परिवहन विभाग के निर्देश के बाद आने वाले समय में ड्राइविंग टेस्ट ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्ट सेंटर से होंगे। कार्ययोजना बनाई गई है आने वाले दिनों में यह सेंटर स्थापित किया जाएगा। कार्यालय में ट्रैक तो पहले से बना हुआ है जिस पर ही टेस्ट होगा।
– सुनील कुमार शुक्ला, आरटीओ, छिंदवाड़ा।
Posted By: Nai Dunia News Network
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