कोरोना से दूसरों को बचाने वाले 10 संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की मौत, सिर्फ एक के परिवार को मिले 50 लाख
Publish Date: | Mon, 07 Sep 2020 06:22 PM (IST)
कोरोना से दूसरों को बचाने वाले 10 संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की मौत, सिर्फ एक के परिवार को मिले 50 लाख-0000
– सात की संक्रमण से तो तीन कर्मियों की ड्यूटी के दौरान हादसों में गई जान
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
प्रदेश में कोरोना संक्रमण से आम नागरिकों को बचाने वाले 10 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी खुद अपनी जान गंवा चुके हैं। सात की मौत ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण के कारण हुई है और 3 कर्मचारियों की मौत ड्यूटी के दौरान हादसों में हुई है। इन सभी कर्मचारियों की मौत मई से लेकर सितंबर के बीच हुई है। इनमें से अब तक सिर्फ एक कर्मचारी के परिवार को ही 50 लाख रुपये की मदद मिली है। बाकी 9 परिवारों को मदद का इंतजार है। ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सेवाएं देने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की संक्रमण से व ड्यूटी करते हुए मौत पर उनके परिवार के सदस्यों को 50 लाख रुपये की बीमा राशि देने का प्रविधान है। मुख्यमंत्री कोविड-19 कल्याण योजना के तहत यह लाभ दिया जाता है। राशि नहीं मिलने से मृतक संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के परिजन आर्थिक रूप से परेशान हैं।
ये कर्मचारी गंवा चुके हैं जान
नाम पद पदस्थ
स्लाइन मसीह प्रयोगशाला सहायक सामु. स्वा. केंद्र कोतमा, अनूपपुर
राजेश अग्रवाल ब्लॉक लेखा प्रबंधक सामु. स्वा. केंद्र शाढौरा, अशोकनगर
इंद्रमोहन सिंह फार्मासिस्ट प्राथ. स्वा. केंद्र बाघबर्दिया, छिंदवाड़ा
अरूण भलावी डीईओ सामु. स्वा. केंद्र धनोरा, सिवनी
अभिनेष द्विवेदी वरिष्ठ लैब सुपरवाइजर टीबी यूनिट खुरई, सागर
पूनम कांवरे एएनएम उप स्वा. केंद्र पहड़िया, रीवा
आशा कोरी एएनएम उप स्वा. केंद्र कुंआ बहोरीबंद, कटनी
भीष्म दुबे डाटा एंट्री ऑपरेटर सीएमएचओ कार्या. सागर
कृष्णा कुमार कटारे डाटा एंट्री ऑपरेटर नूराबाद, मुरैना
हेमलता वर्मा सामु. स्वास्थ्य अधिकारी मंदसौर
(नोटः इनमें से भीष्म दुबे व अभिनेष द्विवेदी, कृष्णा कुमार कटारे की मौत ड्यूटी के दौरान हादसे में हुई हैं। बाकी स्वास्थ्यकर्मियों ने संक्रमण की वजह से जान गंवाई है। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी स्व. हेमलता वर्मा के परिजनों को 50 लाख रुपये मिले हैं, बाकी किसी के परिवार को मदद नहीं मिली है।)
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आपबीती-
अभिनेष 17 साल से नौकरी कर रहा था, वह वरिष्ठ लैब सुपरवाइजर था। ड्यूटी के दौरान उसका निधन हो गया है, उसकी एक चार साल की बेटी है। हम तो उसके निधन से परेशान है हीं लेकिन उसकी बेटी के भविष्य की ज्यादा चिंता है, क्योंकि अनुकंपा नियुक्ति का पता नहीं है। राशि के लिए आवेदन कर दिया है। लाभ मिल जाए तो मदद होगी।
(संजय द्विवेदी, स्व. अभिनेष के बड़े भाई)
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आपबीती-
मेरे बड़े भाई की ड्यूटी कोरोना संक्रमण में लगी थी। वह 17 से 20 घंटे लगातार ड्यूटी करते थे। 27 अगस्त की रात तबीयत बिगड़ी और रात 2 बजे के करीब मौत हो गई। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण में अच्छा काम करने के बदले प्रशंसा पत्र देकर सम्मान किया था, उसकी एक बेटी, एक बेटा है। साथ में बीमार पिता भी रहते हैं। परिवार को जल्द मदद की जरूरत है।
( जितेंद्र दुबे, स्व. भीष्म दुबे के छोटे भाई)
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मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को 5 सितंबर को पत्र लिखकर मृतक संविदाकर्मियों के परिवार को 50 लाख रुपये की मदद व एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग की है।
– सौरभ सिंह चौहान, अध्यक्ष मप्र संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ
मृतक संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों को राशि क्यों नहीं मिली इसकी जांच कराएंगे। पात्रता अनुसार जल्द लाभ दिलाया जाएगा।
– प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मध्य प्रदेश
Posted By: Nai Dunia News Network
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