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अन्य जिलों के मिलों से भी सप्लाई होता है जिले की राशन दुकानों को चावल

Publish Date: | Tue, 08 Sep 2020 04:16 AM (IST)

फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया की टीम ने लिए चावल के नमूने

जांच के बाद ही पता चलेगी चावल की गुणवत्ता

छिंदवाड़ा। घटिया चावल को लेकर हुए बवाल के लिए प्रदेश में जांच शुरू हो गई है। पूरे प्रदेश में जांच की जा रही है उसी क्रम में जबलपुर से आई फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया, यानि एफसीआइ की चार सदस्यीय टीम ने भी जिले के वेयर हाउस में रखे चावल की जांच कर उसके नमूने लिए हैं। टीम जिले के तीन-चार वेयर हाउस में पहुंची जहां पर चावल रखा हुआ है वहां पर नमूने लिए गए जिसको जांच के लिए

भेजा जाएगा। जांच टीम में फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया जबलपुर के तकनीकी सहायक सूरज कुमार, पंकज गौतम, श्री थ्रोसर तथा श्री राठौर शामिल थे। जिले की 615 राशन दुकानों में उपभोक्ताओं को आवंटित होने वाला चावल जिले की चावल मिलों व अन्य जिलों की चावल मिलों से जिले में आता है तथा वेयर हाउस में रखा जाता है, जिसकी गुणवत्ता की जांच नागरिक आपूर्ति विभाग प्रतिमाह भी करता है। जिसके बाद ही यह आपूर्ति विभाग की मांग के अनुसार जिले की राशन दुकानों में आवंटित किया जाता है। पूरे प्रदेश में मचे घटिया चावलों की आपूर्ति जांच के मामले में अब जांच तो शुरू हो गई है। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चावल की क्वालिटी का पता चल सकेगा। हांलाकि जिले में अब तक घटिया चावल सप्लाई की कोई शिकायत तो स्थानीय स्तर पर सामने नहीं आई है वहीं नागरिक आपूर्ति विभाग भी चावल की घटिया क्वालिटी से इंकार कर रहा है।

– प्रतिमाह 1700 टन चावल की सप्लाई

जिले की 615 राशन दुकानों में प्रतिमाह 1700 टन चावल सप्लाई किया जाता है साल भर में 25 हजार टन चावल राशन दुकानों के माध्यम से आवंटित किया जाता हैं। जिला आपूर्ति विभाग के द्वारा दिए गए आवंटन मात्रा के अनुसार नागरिक आपूर्ति निगम वाहनों से अनाज की सप्लाई करता है। जिसके बाद राशन वितरण की जवाबदारी आपूर्ति विभाग की होती है।

– अनुबंध के बाद मिलर करते हैं सप्लाई

जिले में धान का रकबा काफी कम है जिले में धान की पैदावार तकरीबन 8500 क्विंटल होती है। नागरिक आपूर्ति निगम चावल मिलरों से अनुबंध करता है जिले में 7 मिलर हैं जिनसे चावल लिया जाता है। बाकी आसपास के जिले बालाघाट व अन्य स्थानों पर अनुबंध के बाद आता है। ऐसे में नागरिक आपूर्ति निगम चावल की गुणवत्ता की जांच करता है तथा चावल सप्लाई को हरी झंडी देता है। नियमों के अनुसार अगर चावल की क्वालिटी ठीक नहीं तो मिलर को चावल बदलकर देना होगा।

– राशन दुकानों की संख्या चावल की सप्लाई

राशन दुकानों में प्रतिमाह चावल की सप्लाईः 1700 टन

राशन दुकानों में वर्ष में चावल की सप्लाईः 25 हजार टन

जिले में कुल राशन दुकान 615

शहरी क्षेत्र की राशन दुकान 103

ग्रामीण क्षेत्रों की राशन दुकान 512

प्रत्येक राशन कार्ड में एक सदस्य

को चावल वितरण 1 किलो

वर्जन

नागारिक आपूर्ति निगम का क्वालिटी इंस्पेक्टर हर माह गोदाम पहुंचकर जांच करता है। नागरिक आपूर्ति विभाग जिन मिलरों से अनुबंध करता है, वही चावल की सप्लाई करते हैं। जिले के बाहर से भी चावल सप्लाई किया जाता है। चावल की क्वालिटी ठीक नहीं होने पर मिलरों को चावल बदलकर देना होता है। जिले में घटिया चावल की कोई शिकायत नहीं है।

मुकुल कुमार त्रिपाठी, जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम, छिंदवाड़ा।

जिले में घटिया चावल का कोई मामला नहीं है। इस मामले में एफसीआइ भी जांच कर रही है। राशन दुकानों से कार्ड में दर्ज सदस्यों को प्रति सदस्य एक किलो चावल दिया जाता है। जिले में लगातार चावल व गेहूं का वितरण किया जा रहा है।

डीके मिश्रा, सहायक आपूर्ति अधिकारी, छिंदवाड़ा।

Posted By: Nai Dunia News Network

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