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45+ वाली पूरी आबादी को लगा कोरोना टीका...कश्मीर का ये मॉडल कैसे कामयाब, जानें

संजय दत्ता, शोपियां दक्षिण कश्मीर स्थित शोपियां जिले में 45 साल से अधिक उम्र वाली पूरी आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। ऐसा करने वाला शोपियां देश का दूसरा राज्य बन गया है। इससे पहले जम्मू जिले को यह उपलब्धि मिल चुकी है। शोपियां प्रशासन ने धर्म प्रचारकों की मदद से वैक्सीन को लेकर लोगों के मन से डर दूर किया और बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के साथ वोटर डेटा को इस्तेमाल करके 45 से अधिक उम्र वाली 100 फीसदी आबादी को वैक्सिनेट कराया। इस नए अप्रोच के चलते शोपियां कश्मीर दूसरे जिलों से आगे निकल गया है और देश के लिए एक मॉडल पेश करने में कामयाब हुआ है। 'एपल डिस्ट्रिक्ट' के नाम से मशहूर शोपियां ने दो दिन पहले तक बढ़त बनाए रखी थी, फिर जम्मू ने इसे पीछे छोड़ दिया। फिर भी घाटी का एक ऐसा जिला जो नए जमाने के उग्रवाद के केंद्र में उभरा हो और पुलवामा, कुलगाम और अनंतनाग से घिरा हुआ हो, उसके लिए यह सफलता मामूली नहीं है। मस्जिद कमिटी, बीएलओ, आंगनबाड़ी ने किया लोगों को जागरूक जैनपोरा के एसडीएम मुश्ताक अहमद लोन ने बताया, 'पूरे जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम किया। औकाफ कमिटी (मस्जिद प्रशासक) को वैक्सीन के लिए मोटिवेट करने की जिम्मेदारी दी गई। बीएलओ, आंगनबाड़ी वर्कर को घर-घर जाकर 45 से अधिक सदस्य और उनमें से जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है उनकी जानकारी इकट्ठा करने को कहा गया। एसडीएम और तहसीलदार वगैरह को गांव स्तर पर निगरानी का काम सौंपा गया।' टार्गेट ग्रुप के लिए जिले में वैक्सीन की कमी नहीं एसडीएम ने कहा, 'टीकाकरण तेजी से आगे बढ़ सकता क्योंकि यहां टार्गेट ग्रुप के लिए वैक्सीन की कमी नहीं थी। इसके लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का धन्यवाद।' लोन ने बताया, 'डीएम 24x7 जुड़े हुए थे। अगर किसी गांव में वैक्सिनेशन की दर में गिरावट देखने को मिलती है तो अगले दिन हमारा सारा फोकस वहीं होता है।' हर दिन 100 से 150 लोगों को लगाई गई वैक्सीन अधिकारियों का कहना है कि टार्गेट ग्रुप में से 78,769 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 70 वैक्सिनेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां हर दिन करीब 100-150 लोगों को वैक्सीन दी गई। अधिकारियों का मानना है कि शोपियां की आबादी 2011 जनगणना के अनुसार, 2.6 लाख से बढ़कर तीन लाख हो गई है। पुलिस और सोशल वर्कर्स ने भी दिया योगदान लोन ने सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस को भी साधुवाद दिया। उन्होंने बताया, 'प्रशासन ने अपना पूरा जोर स्वास्थ्य विभाग के पीछे लगा दिया लेकिन सोसायटी और इसके कार्यकर्ताओं के सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो पाता। पुलिस ने भी रचनात्मक भूमिका निभाई।' वैक्सीनेशन ड्राइव की सफलता पर उन्हें कैसा लग रहा है, इस पर लोन ने बताया, 'स्वाभाविक रूप से मैं खुश हूं। घर का लड़का घर के लोगों के लिए एक अच्छे काम में किरदार निभा पाया।' दूसरे अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए प्रशासन ने जिले की वर्तमान संख्या को आधार बनाया। श्रीनगर के कोटे में रजिस्टर्ड है वैक्सीन दरअसल शोपियां के कई निवासी दूसरे स्थानों पर रह रहे हैं जैसे श्रीनगर,जम्मू या फिर दूसरे राज्यों में जहां उनका दूसरा घर है। एक अधिकारी ने बताया, 'कुछ ने यहां रजिस्ट्रेशन जरूर कराया लेकिन वैक्सीन श्रीनगर में ली। इसलिए शोपियां में कई स्लॉट खाली दिखा रहे होंगे क्योंकि यहां श्रीनगर के कोटे में वैक्सीन रजिस्टर्ड है।'


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