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वीडियो कॉल के माध्यम से दिया जा रहा चिकित्सीय परामर्श


छिंदवाड़ा। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए कोरोना कर्फ्यू के दौरान लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं लेने में किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े इसके लिए ई-संजीवनी ओपीडी की सुविधा जिले में प्रारंभ हो गई है। जिसके बाद से जिलेवासियों को अब घर बैठे ई-संजीवनी ओपीडी की सुविधा ऑनलाईन मिल रही है। 21 मई को शाम 6 बजे तक 11 मरीजों को ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए संबंधित हितग्राही को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिसके बाद घर बैठे चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार ई-संजीवनी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे। सीएमएचओ डॉ जीसी चौरसिया ने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में ई-संजीवनी ओपीडी सुविधा के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ उठाएं। उल्लेखनीय है कि विश फाउण्डेशन के तकनीकी सहयोग से ई-संजीवनी के माध्यम से लोगों को घर बैठे स्वास्थ्य सेवाएं चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा जिला पंचायत परिसर में ई-संजीवनी ओपीडी का कक्ष बनाया गया है, जहां से वीडियो कॉल के द्वारा मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया जा रहा है।

होम आईसोलेटेड मरीजों से लिया जा रहा फॉलोअप

कोविड मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार नजर रखने के उद्देश्य से जिला स्तर पर जिला पंचायत कार्यालय के ई-दक्ष केंद्र में जिला कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर संचालित किया जा रहा है। यह सेंटर 24 घंटे चार शिफ्ट में कार्य कर रहा है। जिला कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा होम आईसोलेटेड 192 मरीजों से बात कर फॉलोअप लिया गया और उनके स्वास्थ्य की अपटेड जानकारी प्राप्त की गई। साथ ही हेल्पलाईन 1075 पर प्राप्त 18 प्रकरणों का भी निराकरण किया गया। होम आईसोलेटेड कोविड मरीजों की जानकारी सार्थक ऐप में भी प्रतिदिन दर्ज की जा रही है।

पैरामेडिकल स्टॉफ को वेंटिलेटर संचालित करने का प्रशिक्षण

जिला अस्पताल के अलावा सिविल अस्पताल पांढुर्णा में 130, सिविल अस्पताल सौंसर व सिविल अस्पताल अमरवाड़ा में 80-80, कोविड केयर सेंटर बड़कुही परासिया में 70, कोविड केयर सेंटर जुन्नाारदेव में 50 और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दमुआ में 13 ऑक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध है। सिविल हॉस्पिटल पांढुर्णा और बड़कुही में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन स्थापित कर एक्स-रे द्वारा फेफड़ों के संक्रमण की जांच सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही यहां के पैरामेडिकल स्टाफ को लगातार मेडिकल उपकरणों के उपयोग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे वे पूरे आत्मविश्वास के साथ इन आधुनिक मशीनों के उपयोग द्वारा लोगों को समुचित स्वास्थ्य लाभ प्रदाय कर सकें।