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चिराग को बड़ा झटका, लोकसभा अध्यक्ष ने पशुपति को माना LJP संसदीय दल का नेता

पटना लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में सोमवार को बड़ा सियासी बदलाव देखने को मिला। राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को छोड़कर पार्टी के बचे पांच सांसदों ने पशुपति कुमार पारस को अपना नेता मान लिया है। इसके लिए दिन में लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला को एक चिट्ठी सौंपी गई थी, जिसे देर शाम मंजूर कर लिया गया है। अब आधिकारिक तौर पर रामविलास पासवान के छोटे भाई यानी चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस लोकसभा में लोजपा के संसदीय दल के नेता होंगे। लोजपा के छह में से पांच सांसदों ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर चिराग पासवान की जगह पारस को अपना नेता नियुक्त करने का लिखित अनुरोध किया था। लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को एक अधिसूचना में पार्टियों के फ्लोर नेताओं की एक संशोधित सूची जारी की, जिसमें पारस को लोक जनशक्ति पार्टी के नेता के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। लोजपा को टूटने से बचाया: पशुपति पारस पशुपति कुमार पारस ने आज सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उन्हें एक अच्छा नेता और ‘विकास पुरुष’ बताया था। हाजीपुर से लोजपा सांसद पारस ने कहा, "मैंने पार्टी को तोड़ा नहीं, बल्कि बचाया है।" उन्होंने कहा कि लोजपा के 99 प्रतिशत कार्यकर्ता पासवान के नेतृत्व में बिहार 2020 विधानसभा चुनाव में जदयू के खिलाफ पार्टी के लड़ने और खराब प्रदर्शन से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि लोजपा टूट के कगार पर थी, जिसे उन्होंने बचाया है। पारस ने कहा कि उनका गुट केंद्र में एनडीए सरकार का हिस्सा बना रहेगा और पासवान भी संगठन का हिस्सा बने रह सकते हैं। चाचा और भाई ने नहीं की चिराग से मुलाकात लोजपा में चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान दिल्ली स्थित अपने चाचा के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। पासवान के रिश्ते के भाई और सांसद प्रिंस राज भी इसी आवास में रहते हैं। बीते कुछ समय से पासवान की तबीयत ठीक नहीं चल रही, उन्होंने 20 मिनट से ज्यादा समय तक अपनी गाड़ी में ही इंतजार किया। जिसके बाद वह घर के अंदर जा पाए और एक घंटे से भी ज्यादा समय तक घर के अंदर रहने के बाद वहां से चले गए। इस दौरान चिराग पासवान ने वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से कोई बात नहीं की। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों असंतुष्ट सांसदों में से उनसे किसी ने मुलाकात नहीं की। एक घरेलू सहायक ने बताया कि चिराग पासवन जब आए तब दोनों सांसद घर पर मौजूद नहीं थे। 'जो जैसा बोएगा वैसा ही काटेगा'.. लोजपा की टूट पर जेडीयू लोक जनशक्ति पार्टी में फूट को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने चिराग पासवान पर निशाना साधा है। पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि जो जैसा बोएगा वैसा ही काटेगा। उन्होंने कहा कि पुरानी कहावत है कि जो जैसा बोता है वैसा ही पाता है। उन्होंने चिराग पासवान पर तंज कसते हुए कहा कि बिना मेहनत के पद मिलना आसान होता है, लेकिन उसे पचाना सबके लिए आसान नहीं होता है। पार्टी में बिल्‍कुल अकेले रह गए चिराग पशुपति पारस को संसदीय दल का नया नेता चुन लिया गया है। अब चिराग पासवान बिल्कुल अकेले पड़ गए हैं। बागी सांसदों ने उन्‍हें राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मानने से भी इनकार कर दिया है। जिन पांच सांसदों ने चिराग से अलग होने का फैसला किया है, उनमें पशुपति पारस पासवान (चाचा), प्रिंस राज (चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी, और महबूब अली केशर शामिल हैं। अब चिराग पार्टी में बिल्‍कुल अकेले रह गए हैं।


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