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राजस्थान में लिंचिंग, बैल लेकर आ रहे एमपी के युवक को 'गौरक्षकों' ने मारा, एक घायल

झाबुआ राजस्थान के चित्तौगढ़ (Mob Lynching In Chittaurgarh) में लिंचिंग हुई है। कथित गौरक्षकों (Cow vigilantes) ने बैल लेकर आ रहे एक युवक को पीट-पीट कर मार दिया है। झाबुआ (Jhabua Youth Lynching In Rajasthan) के रहने वाले दो युवक चित्तौड़गढ़ से बैल खरीद कर ला रहे थे। इस दौरान भीड़ ने इनके ट्रक को रोक दिया और मारपीट शुरू कर दी। इसमें 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई है। वहीं, एक युवक घायल है। एडीजी क्राइम रवि प्रकाश ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 13 और 14 जून की मध्यरात्रि को चित्तौड़गढ़ जिले से दो व्यक्ति गोवंश के मध्यप्रदेश लेकर जा रहे हैं। इस दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। इलाज के दौरान अस्पताल में एक युवक की मौत हो गई है। हत्या का मामला आरोपियों पर दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि दोनों एमपी के झाबुआ जिले के रहने वाले थे और राजस्थान में खेती के काम के लिए बैल खरीदने आए थे। मृतक का नाम बाबू भील है। वहीं, घायल युवक का नाम पिंटू भील है। घटना के बाद चित्तौड़गढ़ पुलिस ने आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान के बाद उनकी गिरफ्तारी जल्द हो जाएगी। शुरुआती जांच में इसमें गौरक्षकों का हाथ बताया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ के एएसपी तृप्ति विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा कि दो लोग चित्तौगढ़ के रायता गांव से बैल खरीदकर ट्रक से आधी रात को लौट रहे थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोप गौरक्षक थे। इन लोगों ने दोनों युवकों को करीब एक घंटे तक लाठी-डंडे से पिटाई की है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों खेती कार्य के लिए बैल खरीदकर लौट रहे थे। मृतक बाबू भील के बहनोई बागीरथ मैदा ने बताया कि परिवार के पास कृषि के लिए आठ बीघा जमीन है और उसे कृषि के लिए दो बैलों की जरूरत थी। बाबू खेती के साथ ही चित्तौड़गढ़ के रायता गांव में खेत मजदूर के रूप में काम करता था। इसके बदले में उसे हर दिन 200 रुपये मिलते थे। बागीरथ ने बताया कि रायता में जिनके घर बाबू काम करता था, वे अपने दो बैल बेचने के लिए तैयार हुए। उसके बाद बाबू ने बैल खरीदने के लिए 40 हजार रुपये का कर्जा लिया और पिंटू के साथ शनिवार को रायता के लिए रवाना हो गया। रविवार को वह बैल लेकर लौट रहा था। बागीरथ ने बताया कि रविवार की रात वह मुझे कॉल कर रहा था लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ था। पुलिस से सोमवार की सुबह जानकारी मिली कि उसकी मौत हो गई है। बाबू ने अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और बेटी को छोड़ गया है। बेगूं पुलिस स्टेशन के इंचार्ज रतन सिंह ने कहा कि दोनों बैल लेकर जा रहे थे, तभी उनके ऊपर हमला किया गया। वहीं, राजस्थान पुलिस ने एमपी पुलिस से भी संपर्क किया है। इसके बाद स्थानीय थाना ने इस बात की पुष्टि की है कि दोनों कृषि कार्य के लिए ही बैल खरीदकर ला रहे थे। वहीं, आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।


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