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हमले झेलकर रेत माफियाओं से भिड़ रही 'शेरनी', मुरैना पुलिस का नहीं मिल रहा साथ, पुलिस लाइन से जब्त रेत चोरी

मुरैना चंबल के इलाके में रेत माफियाओं (Sand Mafia In Morena) के हमलों का सामना करने वाली वन विभाग की महिला एसडीओ को अब मुरैना जिले की पुलिस भी परेशान करती नजर आ रही है। मामला मुरैना के पुलिस लाइन में बन रहे महिला थाने (Chamabal Sand Using In Woman Police Station) का है, जहां वन विभाग के एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे ने महिला थाने के भवन निर्माण के उपयोग हो रहे चंबल नदी का अवैध रेत रखा देखा तो उसे जब्त करने की कार्रवाई की। वहीं, पुलिस लाइन से ही रातों-रात जब्त किया हुआ चंबल नदी का रेत चोरी हो गया और उसकी जगह सिंध नदी का रेत आ गया। बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस इन दोनों ही मामलों में कोई कार्रवाई करने को भी तैयार नहीं है। इस बात से महिला एसडीओ समेत पूरा वन विभाग का अमला काफी हताश है। मुरैना जिले के बेलगाम रेत माफियाओं पर लगाम कसने की कोशिश कर रही है। वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे को इस बात का इल्म नहीं था कि रेत माफियाओं की जड़ें थानों की नींव तक जमी हुई है। यही वजह है कि श्रद्धा पांढरे को रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में मुरैना जिले की पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। श्रद्धा पांढ़रे ने मुरैना जिले में कमान संभालते ही रेत माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की। एक दर्जन बार रेत माफियाओं के जानलेवा हमलों का सामना भी किया। रेत माफियाओं के हमलों से एसडीओ बच गई लेकिन अब पुलिस की तरफ से किए जा रहे भितरघाती हमलों से एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे का मन घायल होता नजर आ रहा है। मामला मुरैना जिले की पुलिस लाइन में बन रहे महिला थाने के निर्माणाधीन भवन से जुड़ा हुआ है। दरअसल, श्रद्धा पांढ़रे ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में बन रहे महिला थाने पर पहुंचकर यहां से चंबल नदी के अवैध रेत को पकड़ा था। इस रेत का उपयोग महिला थाने के भवन निर्माण में किया जा रहा था। 30 घन मीटर रेत को जब्त करने की कार्रवाई करने के बाद एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया था लेकिन इस मामले में हैरान कर देने वाली बात तब सामने आई, जब पुलिस पुलिस लाइन से रातों-रात जब्त किया हुआ चंबल नदी का 28 घन मीटर रेत चोरी हो गया और उसकी जगह सिंध नदी का रेत रखा मिला। पुलिस से मिल रहे असहयोग की पीड़ा एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे के चेहरे पर साफ झलकती नजर आती है। रेत चोरी होने की जानकारी मिलते ही रविवार को श्रद्धा पांढ़रे एक बार फिर पुलिस लाइन में पहुंच गई, जहां उन्हें 30 घन मीटर मै से दो घन मीटर जब्त किया हुआ रेत ही मौके पर मिल सका। श्रद्धा पांढ़रे खुद हैरत में हैं कि आखिर पुलिस लाइन से जब्त किया हुआ रेत कैसे चोरी हो गया। श्रद्धा पांढरे ने एक बार फिर कोतवाली थाने में चोरी हुई रेत की रिपोर्ट लिखने के लिए आवेदन दिया है लेकिन श्रद्धा पांढ़रे को पुलिस से इतनी उम्मीद भी नहीं है कि पुलिस से कोई सहयोग मिलने वाला है। सरकार ने जिस बिगड़े हुए सिस्टम को सुधारने के लिए श्रद्धा पांढ़रे को मुरैना में भेजा है। उसी सिस्टम की धोखेबाजी का शिकार श्रद्धा पांढ़रे हो रही है। यही वजह है कि चंबल के बीहड़ों में शेरनी की तरह रेत माफियाओं के पीछे दौड़ने वाली श्रद्धा पांढ़रे कार्रवाई करवाने के लिए पुलिस के सामने ही बेबस खड़ी नजर आ रही है।


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