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दूसरी से खतरनाक नहीं होगी कोरोना की तीसरी लहर: ICMR की स्टडी का दावा

नई दिल्ली अभी कोरोना की दूसरी लहर कंट्रोल में आई ही है कि तीसरी लहर का डर सताने लगा है। कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि तीसरी लहर आएगी ही नहीं, तो कुछ का मानना है कि तीसरी लहर आएगी जो दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) का दावा है कि तीसरी लहर आएगी भी तो वह दूसरी से ज्यादा खतरनाक नहीं होगी। आईसीएमआर के महामारी विज्ञान और संचारी रोग विभाग के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा का कहना है कि हर नया म्यूटेशन या वैरियंट वायरस में कोहराम मचाने की क्षमता नहीं होती है। इस वक्त ज्यादा चर्चा नए वैरियंट की पहचान को लेकर हो रही है जबकि हमारा ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि वह कितनी तेजी से फैल सकता है या क्या गंभीर परिणाम दे सकता है। इसी के चलते आईसीएमआर और लंदन के इंपीरियल कॉलेज ने मिलकर भारत में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एक मॉडल पर काम किया है। इस मॉडल में चार परिस्थितियों को सामने रखा गया और देखा गया कि क्या तीसरी लहर आएगी? अगर आएगी तो यह दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी या नहीं? मॉडल में पहली स्थिति नैचरल इन्फेक्शन से बनने वाली एंटीबॉडीज और वैक्सीनेशन के बाद बनने वाली एंटीबॉडीज से संबंधित थी। वहीं दूसरी स्थिति नए वैरियंट को लेकर थी, जो नैचरल और वैक्सीनेशन के बाद बनने वाली एंटीबॉडीज से भी बच जाता है। तीसरा तेजी से फैलने वाला वैरियंट क्या कर सकता है। चौथी स्थिति सरकारों की तरफ से राज्यों में लगे प्रतिबंधों को हटाना। इन चारों स्थिति पर फोकस करते हुए मॉडल की स्टडी की गई। ऐसे कर सकते हैं कंट्रोल इस स्टडी से पता चलता है कि किसी भी स्थिति में तीसरी लहर, दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक या गंभीर नहीं होगी। इसमें यह भी देखा गया कि अगर सेकंड वेव के तीन महीने के भीतर 40 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगा दें, तो तीसरी लहर के पीक को और भी कम किया जा सकता है। इससे पता चलता है कि अगर तेजी से फैलने वाला कोई नया वैरियंट आ भी जाता है, तो जरूरी नहीं है कि वह पिछली वेव से ज्यादा खतरनाक वेव लाएगा या फिर पिछली वेव से ज्यादा पीक पर जाएगा। डॉ. समीरन पांडा का कहना है कि तीसरी वेव, दूसरी वेव से हल्की होगी लेकिन इसका कतई मतलब यह नहीं है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन ना करें। इस वक्त लोग जिस तरह से लापरवाही बरत रहे हैं, उसे रोकना बेहद जरूरी है। बता दें कि हाल ही में कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी यह कहा था कि चूंकि दूसरी वेव में एक बड़ी आबादी कोरोना संक्रमित हुई है और बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन भी लग गई है, इसलिए तीसरी वेव, दूसरी जितनी खतरनाक नहीं होगी। हालांकि तीसरी वेव आने की आशंका लगातार बनी हुई है।


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