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क्या यह तीसरी लहर है? पिछले हफ्ते 32% ज्यादा केस, जानें किस राज्य में अब खतरा

नई दिल्ली केरल में ओणम त्योहार के बाद नए कोरोना केस की बाढ़ आ रही है। इसका असर पूरे देश के दैनिक कोरोना केस के आंकड़ों पर पड़ रहा है। बीता सप्ताह (23 से 29 अगस्त) नए कोरोना केस का औसत पिछले आठ हफ्ते के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। बड़ी बात यह है कि इस दौरान 66% केस अकेले केरल से आए। बीते सप्ताह देशभर में 29 लाख से ज्यादा नए कोविड केस मिले जो उसके पिछले सप्ताह (16 से 22 अगस्त) के मुकाबले 32% ज्यादा था। इससे पहले 28 जून से 4 जुलाई वाले सप्ताह में 30.5 लाख नए केस आए थे। 66% केस अकेले केरल से केरल में ओणम त्योहार के बाद नए कोरोना केस की बाढ़ आ रही है। इसका असर पूरे देश के दैनिक कोरोना केस के आंकड़ों पर पड़ रहा है। बीता सप्ताह (23 से 29 अगस्त) नए कोरोना केस का औसत पिछले आठ हफ्ते के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। बड़ी बात यह है कि इस दौरान 66% केस अकेले केरल से आए। बीते सप्ताह देशभर में 29 लाख से ज्यादा नए कोविड केस मिले जो उसके पिछले सप्ताह (16 से 22 अगस्त) के मुकाबले 32% ज्यादा था। इससे पहले 28 जून से 4 जुलाई वाले सप्ताह में 30.5 लाख नए केस आए थे। एक सप्ताह में 19 लाख केस! पिछले सप्ताह केरल में अकेले 19 लाख नए केस आए जो उसके पिछले हफ्ते (16 से 22 अगस्त) के 1.25 लाख के मुकाबले 55% ज्यादा है। यह 14 सप्ताह (16 से 22 मई) के बाद राज्य में नए केस का सर्वोच्च स्तर है। पिछले 13 सप्ताह में किसी भी राज्य में नए कोरोना केस का इतना ज्यादा साप्ताहिक आंकड़ा नहीं आया था। केरल के सीमाई राज्यों का क्या हाल केरल की मौजूदा स्थिति को लेकर चौंकाने वाली बात यह है कि कोविड की शुरुआत से लेकर आज तक साप्ताहिक औसत के मामले में उसके सिवा अन्य किसी भी राज्य से देशभर के दो-दिहाई केस मिले हों। आज जब केरल में कोरोना कोहराम मचा रहा है तो उसके सीमाई राज्य कर्नाटक और तमिलनाडु में भी पिछले हफ्ते नए केस की संख्या में वृद्धि नहीं देखी गई। महाराष्ट्र में भी मामूली वृद्धि केरल के सिवा पिछले सप्ताह जहां नए कोरोना केस के औसत में वृद्धि दर्ज की गई है, वो राज्य है माहाराष्ट्र। हालांकि, वहां 1% की मामूली वृद्धि ही दर्ज की गई है। महाराष्ट्र के बाद केरल ही देश का इकलौता राज्य है जहां अब तक 40 लाख से ज्यादा नए कोरोना केस आ चुके हैं। वहां रविवार को 29,836 नए केस आने के बाद यह आंकड़ा पूरा हो गया। महाराष्ट्र में कोरोना केस की संख्या 64.5 लाख के पार कर चुकी है। टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 15% से 19% पहुंचा केंद्र सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि केरल में संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा तीन दिन पहले केरल में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 15 प्रतिशत था जो अब 19 प्रतिशत हो चुका है। उन्होंने कहा लॉकडाउन लगने से संक्रमण के फैलाव की चेन टूट जाएगी जैसे दिल्ली में हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि अगर केरल में लॉकडाउन लगता है तो वहां एक पखवाड़े के अंदर हालात सुधर जाएंगे। केरल में आज से नाइट कर्फ्यू उन्होंने कहा, त्योहार आने वाले हैं। इसके मद्देनजर केरल में एक सोचे-समझे तरीके से कंटेनमेंट जोन बनाने और लॉकडाउन लगाने का काम करना होगा। यह सुझाव राज्य को भी भेज दिया गया है। बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को सोमवार से रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। देश में कैसी हालत देशभर में पिछले हफ्ते कोरोना से हुई मौतों में भी 10.5% का इजाफा हुआ है। 23 से 29 अगस्त के बीच देश में कोविड ने 3,439 मौतें हुईं जबकि उससे पिछले सप्ताह (16 से 22 अगस्त) 3,111 मौतें हुई थीं। देश में लगातार छठे दिन सोमवार को 40 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस आए। सोमवार को देश में कोविड-19 के 45,083 नए मामले सामने आए, 380 लोगों की मृत्यु हुई जबकि कुल 3,76,324 मरीजों का इलाज चल रहा है।
  1. बिहार से अच्छी खबरबिहार में कोरोना के मामले लगातार थमते नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों पर नजर डालें तो 25 अगस्त को नए केस में उछाल देखने को मिला था। उस दिन कुल 31 नए कोरोना के मामले सामने आए थे। वहीं एक दिन पहले यानी 24 अगस्त को 9 नए केस मिले थे। 26 अगस्त को 15 मामले सामने आए। फिर 27 अगस्त नए केस बढ़कर 21 पर पहुंच गए। 28 अगस्त को सूबे में 11 नए केस मिले। 29 अगस्त को भी सूबे में 11 ही मामले सामने आए हैं। अभी प्रदेश में कोरोना कुल एक्टिव केस 112 हैं।
  2. एमपी में नियंत्रित है कोरोनामध्य प्रदेश के 36 जिलों में 15 दिन से कोविड का कोई मामला सामने नहीं आया है। प्रदेश में 15 से 29 अगस्त के बीच 133 नए कोविड केस आए हैं। ये सभी केस 16 जिलों से आए हैं। इनमें जबलपुर में 35 केस मिले हैं, इंदौर में 30 केस मिले, भोपाल में 29 केस मिले, राजगढ़ में 8 केस मिले, धार में सात केस मिले, पन्ना में 5 केस मिले, अलीराजपुर में तीन केस मिले, हरदा में 3, रायसेन में 3, होशंगाबाद में 2, रीवा में 2 और ग्वालियर, रतलाम, सागर और सिंगरौली में 1-1 केस मिले हैं। वहीं, रविवार को पूरे प्रदेश में 12 नए मरीज मिले हैं।
  3. झारखंड से भी खुशखबरीझारखंड में भी कोरोना महामारी के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। झारखंड स्वास्थ्य विभाग के रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस समय 142 कोविड के एक्टिव मरीज हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 14 नए केस मिले है। हालांकि, अच्छी बात ये रही कि सूबे के 19 जिलों में कोई भी नया कोरोना का केस नहीं आया।
  4. यहां अगस्त में महामारी से एक भी मौत नहींराजस्थान में कोरोना की रफ्तार अगस्त माह धीमी रही। सबसे अच्छी बात यह है कि प्रदेश में इस महीने एक भी मौत नहीं हुई है। केस की बात करें, तो 542 दिन बाद 26 अगस्त को ऐसा मौका आया, जब सूबे में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 ही रही। ये दिन इसलिए भी ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इसी दिन प्रदेश में वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के लोगों की संख्या 1 करोड़ के पार हो गई। स्वास्थ्य़ विभाग की मानें, तो प्रदेश के अब लगभग 24 जिले ऐसे हैं, जो लगभग कोरोना मुक्त हो चुके हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल 123 एक्टिव केस हैं। 29 जनवरी को कुल 7 मामले सामने आए हैं। इनमें 3 अजमेर, 2 उदयपुर, 1 श्रीगंगानगर, और 1 राजधानी जयपुर से है। इससे एक दिन पहले यानी 28 अगस्त को 11 नए केसेज सामने आए थे। 27 अगस्त को 17, 25 अगस्त को 8 और 24 अगस्त को 10 और 23 अगस्त को सात केस सामने आए थे। आंकड़ों के मुताबिक सप्ताहभर में राजधानी जयपुर में ही सबसे ज्यादा औसत 5 से 7 केस ही रहे हैं।
  5. यूपी में भी दम तोड़ता दिख रहा है कोरोनाउत्तर प्रदेश में भी कोरोना लगातार दम तोड़ता दिख रहा है। प्रदेश में शुक्रवार, 27 अगस्त को 22 नए मरीज सामने आए, दो मरीजों की मौत हो गई और वहां 327 मरीजों का इलाज चल रहा था। अगले दिन शनिवार 26 नए मरीज सामने आए जबकि दो और मरीजों की मौत हो गई, लेकिन इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 299 रह गई। रविवार को नए मरीजों की संख्या महज 14 रही जबकि दो मरीजों की मौत हुई और इलाजरत मरीज घटकर 265 रह गए।
टीकाकरण के मोर्चे पर अभी हम कहां पहली बार शुक्रवार को देशभर में कोविड-19 रोधी वैक्सीन की 1 करोड़ डोज लगाई गई। हालांकि, यह सिलसिला कायम नहीं रह सका जबकि साल के अंत तक देश की पूरी व्यस्क आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य तभी संभव हो पाएगा जब जल्द से जल्द 1 करोड़ डोज प्रति दिन की रफ्तार पकड़ लेंगे। टीकाकरण की दृष्टि से अगस्त महीना सबसे अच्छा गुजरा है जब कुल 57 लाख, 40 हजार डोज लगाई गई। अगर टीकाकरण का यही मासिक औसत रहा तो संपूर्ण व्यस्क आबादी को कोविड से सुरक्षित करने में सात महीने लग जाएंगे।


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