Top Story

अब गांव में उपलब्ध होगा बैंक, दीदियां देंगी ग्रामीणों को सेवाएं

 

जिले के ग्रामीण क्षेत्र की वृद्ध और कम शिक्षित महिलाओं व ग्रामीणों को अब अपने गांव से 40-50 किमी. दूर स्थित बैंक जाकर पेंशन व पैसे के लेनदेन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। गांव में ही स्व सहायता समूह की दीदियां ऐसे लोगों को बैंक की सेवाएं देंगी। जिले की 79 महिला सदस्यों को एनआरएलएम के माध्यम से प्रशिक्षण के साथ उपकरण प्रदान किए गए हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं गांवों में कम्युनिटी सर्विस सेंटर का संचालन करेंगी और लोगों को बैंकों के अनावश्यक रुप से चक्कर नहीं काटने होंगे।

चयन के बाद दिया गया है प्रशिक्षण

एनआरएलएम के माध्यम से जिले के ऐसे गांव जहां पर लोगों को दूर-दूर जाकर बैंक की सेवाएं लेनी होती हैं, उन क्षेत्रों से स्व सहायता समूह की महिलाओं (दीदी)  का चयन किया गया है। जिसमें गांव की ही 10वीं पास महिलाओं को शामिल किया गया। जिले से चयनित 79 महिलाओं को दो चरण में आरसेटी की मदद से सेंटर के संचालन को लेकर प्रशिक्षण दिलाया गया है ताकि वे सफलता पूर्वक गांवों में जाकर केन्द्रों को चला सकें और ग्रामीणों को सुविधा उपलब्ध हो सके।

कार्यक्रम आयोजित कर दिए गए डिवाइस

एनआरएलएम के माध्यम से प्रशिक्षण के बाद 40 महिलाओं को सेंटर के संचालन के लिए आवश्यक डिवाइस भी नि:शुल्क प्रदान किए गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान बहोरीबंद विधायक प्रणय प्रभात पांडेय ने महिलाओं को बेहतर कार्य करने की शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए विभाग ने बहनों को चुना है, आप बुजुर्गों को उनकी पेंशन आसानी से उपलब्ध करा सकेंगी। विधायक श्री पांडेय ने कहा कि यह बहुत अच्छा काम है और आप तकनीक से जुड़कर लोगों को सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही खुद भी आत्मनिर्भर बनें।

वहीं इस जिसमें जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे ने महिलाओं को बैंक के संचालन के संबंध में जानकारी देकर उनका मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर एनआरएलएम जिला प्रबंधक शबाना बेगम सहित अन्य संबंधित अधिकारी व स्वसहायता समूहों की महिला सदस्य भी मौजूद रहीं।