तालिबान हमें कश्मीर जीतकर देगा... बयान पर भारतीय एंकर ने पूछा सवाल, तो दोस्ती की दुहाई देने लगीं इमरान की नेता
नई दिल्ली अफगानिस्तान की सत्ता पर आतंकवादी संगठन तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान की बाछें खिली हुई हैं। कश्मीर मुद्दे पर दुनियाभर में फजीहत झेलने से पस्त हुए पाकिस्तान को तालिबान से बहुत उम्मीदें पाल बैठा है। पाकिस्तान की सरकार, वहां की सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ-साथ वहां के सियासी जमातों के नेता और आतंकी संगठन दिन में ही सपने देखने लगे हैं कि जो वो 70 सालों से नहीं कर सके, वो तालिबान उनके लिए करेगा। वो तालिबान के भरोसे कश्मीर जीतने का ख्वाब देखने लगे हैं। तालिबान की ताकत से पाकिस्तान की खिलीं बाछें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहीरक-ए-इंसाफ (PTI) की नेता नीलम इरशाद शेख ने से इसकी खुशी छिपाई नहीं गई और उन्होंने यहां तक कह डाला कि तालिबान भारत से कश्मीर जीतकर पाकिस्तान को देगा। उन्होंने अपनी सरकार की सफलातओं को गिनाने के क्रम में कहा, 'तालिबान हमें कहते हैं कि वो हमारे साथ हैं। वो इंशा अल्लाह हमें कश्मीर फतह करके देंगे।' भारतीय एंकर ने घेरा तो दोस्ती बात करने लगीं पाकिस्तानी नेता टीवी चैनल एबीपी न्यूज ने जब पाकिस्तानी नेता से पूछा कि वो क्या सोचती हैं कि तालिबान कश्मीर जीतने आएगा तो भारत हाथ पर हाथ धरकर बैठा रहेगा? उन्हें क्या लगता है कि भारत अफगानिस्तान है या पाकिस्तान? इस पर उनकी बोलती बंद हो गई वो भारत-पाकिस्तान दोस्ती के राग गाने लगीं। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच खटपट का सारा मलबा अमेरिका पर डालते हुए कहा कि वही भारत-पाकिस्तान को लड़ाना चाहता है, वरना हम (भारत-पाकिस्तान) एक हैं। पाकिस्तान में हो रहा तालिबान का गुनगान जब उनसे पूछा गया कि भारत-पाकिस्तान एक ही है तो फिर वो भारतीय क्षेत्र कश्मीर पर तालिबान का हमला करने का ख्वाब क्यों देख रही हैं तो उन्होंने कोई सीधा जवाब देने से कन्नी काट गईं। उन्होंने तालिबान के गुनगान में कहा, 'तालिबान ने खुद को आजाद किया बिना जान-माल को नुकसान पहुंचाए। 16 तारीख से किसी की मौत नहीं हुई, मार-धाड़ नहीं की गई। आम माफी दी गई है।' उन्होंने कहा कि तालिबान जो भी कर रहा है, वो अपने घर में कर रहा है। पाकिस्तानी नेता ने कहा, 'अफगानिस्तान उनका घर है, वो मालिक हैं अपने घर। हम मालिक हैं अपने घर के। आप मालिक हैं अपने घर के।' इमरान खान की पार्टी की नेता पूरी इंटरव्यू के दौरान काफी कन्फ्यूज्ड दिखीं और कभी तालिबान को अपना भाई तो कभी भारत को अपना दोस्त बताती रहीं। उनसे पूछा गया कि क्या वो तालिबान को आतंकवादी संगठन मानती हैं तो उन्होंने कहा कि तालिबान ने किसी का खून नहीं बहाया है। उसने बिना मार-काट किए अमेरिका से आजादी हासिल की है। उन्होंने कहा, 'तालिबान हमारे भाई हैं।' पाकिस्तानी नेता की नासमझी का यह आलम है कि उन्होंने भारत को यह कहते हुए नासमझ कह दिया कि उसने अफगानिस्तान के विकास में बड़ी रकम खर्च की। उन्होंने कहा, 'भारत ने गरीब भारतीयों से वसूले गए टैक्स का पैसा अफगानिस्तान में बर्बाद कर दिया।' ध्यान रहे कि भारत ने अपगानिस्तान की संसद के साथ-साथ कई डैम, बिजली उत्पादन संयंत्र समेत कई विकास परियोजनाओं में पैसे लगाए हैं। भारत-अफगानिस्तान की यही दोस्ती पाकिस्तान को खल रही थी और तालिबान के आने के बाद उसे नई उम्मीद दिखने लगी है। खुद इमरान कर चुके तालिबान की तारीफ दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने तक तालिबान का सार्वजनिक गुनगान कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि तालिबान ने गुलामी की जंजीर तोड़ दी है जो आसान नहीं है। वहीं, लाहौर के एक मदरसे में छोटी-छोटी बच्चियों से तालिबान के स्वागत में 'सलाम तालिबान' का गीत गवाया। वहां के टीवी चैनलों पर भी भविष्य में तालिबान के रुख को लेकर खूब चर्चा हो रही है। वहां इस बात पर गहमागहमी मची है कि तालिबान पाकिस्तान का दोस्त होगा या फिर उसकी वजह से फिर से हिंसा का दौर शुरू होगा। वहीं, वैसे पाकिस्तानियों की तादाद कम नहीं है जो सोचते हैं कि तालिबान उन्हें कश्मीर जीतकर देगा। यह अलग बात है कि पीटीआई की नेता नीलम शेख ने यह बात कह दी, बाकी अंदर-अंदर यह सोचकर फूले नहीं समा रहे हैं।
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