Top Story

Bhopal Health News: क्षेत्रीय श्‍वसन संस्‍थान में सोनोग्राफी तक की सुविधा नहीं, मामूली जांच के लिए भी मरीजों को आना पड़ रहा है हमीदिया

भोपाल के टीबी अस्पताल को क्षेत्रीय श्‍वसन संस्‍थान बनाया जा रहा है। इस संस्‍थान के पूरी तरह तैयार होने में अभी दो साल लग जाएंगे। तब तक यह संस्थान सिर्फ कागजों में ही रहेगा। हकीकत में आज भी यहां की स्थिति पुराने टीबी अस्पताल के बराबर ही है। फर्क सिर्फ इतना है कि क्षेत्रीय संस्‍थान बनाए जाने के बाद यहां पर हमीदिया अस्पताल का छाती व श्वास रोग विभाग भी आ गया है।

विभाग के चार कंसल्‍टेंट यहां पर ओपीडी में बैठ रहे हैं। लेकिन दूरी होने की वजह से मरीज वहां पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। हमीदिया अस्पताल में छाती व श्वास रोग विभाग में करीब ढाई सौ मरीज रोज पहुंच रहे थे, जबकि टीबी अस्पताल में यह विभाग पहुंचने के बाद रोज औसतन 125 मरीज ही पहुंच रहे हैं।

दरअसल, मरीजों को अभी यह जानकारी नहीं है कि हमीदिया अस्पताल का छाती एवं श्‍वास रोग विभाग अब टीबी अस्पताल में पहुंच गया है। मरीज हमीदिया अस्पताल पहुंचकर भटकते रहते हैं। इनमें से लगभग आधे मरीज ही हमीदिया से टीबी अस्पताल पहुंचते हैं। मरीजों को सबसे बड़ी परेशानी यह हो रही है कि टीबी अस्पताल में बहुत ही सामान्य जांचों की सुविधा है। सीटी स्कैन, एमआरआइ, सोनोग्राफी के लिए मरीजों को हमीदिया अस्पताल आना पड़ता है।

 इसके अलावा अगर मरीजों को एक विभाग से दूसरे भाग में रेफर करना पड़ता है तो इसके लिए भी उन्हें परेशानी हो रही है। फेफड़े के मरीजों को सबसे ज्यादा हृदय रोग विभाग में रेफर किया जाता है। लेकिन टीबी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं होने की वजह से मरीजों को हमीदिया आना पड़ता है। टीबी अस्पताल में मरीजों को सभी तरह की दवाएं भी नहीं मिल पाती हैं।

दरअसल , हमीदिया अस्पताल के छाती व श्‍वास रोग विभाग को जल्दबाजी में टीबी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। विभाग के के कुछ फैकेल्टी भी इसके पक्ष में नहीं थे। उनका यही कहना था कि विभाग वहां पर जाने से मरीजों को परेशानी होगी। क्षेत्रीय श्‍वसन संस्‍थान पूरी तरह तैयार होने के बाद ही विभाग को शिफ्ट करना चाहिए था।

from Nai Dunia Hindi News - madhya-pradesh : bhopal https://ift.tt/2Y3bdrq