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पैकेट के नाम पर कम तेल बेच रहे मिलावटखोर


पैकेट के नाम पर कम तेल बेच रहे मिलावटखोर

जागो ग्राहक जागो

- सियागंज के व्यापारियों ने ग्राहकों को ठगी से बचाने का अभियान किया शुरू

- मिलते-जुलते नामों वाले नकली उत्पादों को परखने का बता रहे तरीका

इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पुलिस और प्रशासन नकली और अमानक घी-तेल बनाने व बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। इस बीच शहर के सबसे बड़े थोक किराना बाजार सियागंज के व्यापारियों ने अपनी ओर से ही उपभोक्ताओं को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है। पैकिंग और विभिन्न ब्रांड से बेचे जा रहे अमानक और कम मात्रा वाले तेल-घी को लेकर संदेश प्रसारित कर रहे हैं। लीटर में पैक तेल घी की गुणवत्ता परखने के साथ उसका अलग से वजन लेकर जांच करने की हिदायत दी गई है।


'जागो ग्राहक जागो' के नारे के साथ सियागंज के तेल-घी कारोबारियों ने संदेश प्रसारित किए हैं। इसमें मिलते-जुलते डुप्लीकेट नाम वाले उत्पादों की तस्वीरें जारी की गई हैं। साथ ही लीटर में पैक होकर बिकने वाले तेल-घी का वजन करने की नसीहत के साथ मानक वजन भी बताया गया है। इंटरनेट मीडिया और वाट्सएप ग्रुपों के जरिए प्रसारित संदेश में सावधान किया गया है कि सरकार ने खुले तेल की बिक्री पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब तेल पैकेट में ही मिलेगा। विभिन्न मिलावटखोर इसका लाभ उठाते हुए अमानक या कम तेल बेच रहे हैं। व्यापारियों ने ऐसे पैकेट तराजू पर रखकर बताया कि एक लीटर के तेल के पाउच का वजन 920 ग्राम या अधिक होना चाहिए। लेकिन अमानक तेल वाले 890 से 900 ग्राम का वजन एक लीटर में दे रहे हैं।

ऐसे ही मिलते-जुलते नामों से उतारे गए 15 लीटर के तेल के प्लास्टिक जार का वजन 14 किलो 270 ग्राम होना चाहिए। मिलावटखोर 15 लीटर के जार का वजन 12 से 13 किलो दे रहे हैं। इसके अलावा 15 किलो तेल पैकिंग वाले जार का कुल वजन 15 किलो 650 ग्राम होना चाहिए। यदि इससे कम वजन है तो इसका मतलब ग्राहकों के साथ ठगी की जा रही है।

सियागंज व्यापारी एसोसिशन ने भी कहा है कि मिलावटी और गलत माल बेचने वालों के कारण ईमानदार कारोबारियों का नुकसान होता है। बीते वर्ष भी एसोसिएशन ऐसा निर्देश जारी कर चुकी है कि ऐसे कारोबार में लिप्त पाए जाने पर किसी भी कारोबारी की सदस्यता भी तुरंत रद कर दी जाएगी।

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