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भोपाल और इटारसी रेलवे स्टेशन पर खुलेगा रेल कोच रेस्टोरेंट, राजशाही फील के साथ लजीज व्यंजनों का मिलेगा स्वाद

भोपाल यात्रा के दौरान ही यात्रियों को ट्रेन के अंदर बैठकर खाने का आनंद मिलता है। मगर अब बिना यात्रा के ही ट्रेन में बैठकर खाने का आनंद आपको मिलेगा। वह भी राजशाही फील के साथ। भोपाल और इटरासी रेलवे स्टेशन पर रेल रेस्टोरेंट कोच खुलने जा रहा है। यहां राजशाही फील के साथ आपको लजीज व्यंजनों का स्वाद मिलेगा। आम लोगों से लेकर यात्रियों तक के लिए है। इसका लुक सामने आ गया है। भोपाल रेल मंडल ने इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है। रेलवे कोच के अंदर इस रेस्टोरेंट को स्थापित किया जाएगा। वहीं, भोपाल और इटारसी स्टेशन पर रेल कोच रेस्टोरेंट स्थापित करने के लिए दो अनुबंधों को अंतिम रूप दिया गया है। भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेल कोच रेस्तरां स्थापित करने के लिए खुली निविदा के माध्यम से गैर किराया राजस्व नीति के तहत एक अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके संचालन के लिए पांच साल की लंबी अवधि के लिए अनुबंध होगा। भोपाल से रेलवे 58,72,329 रुपये की कमाई करेगी। इसी प्रकार इटारसी स्टेशन जो कि भारतीय रेलवे के प्रमुख जंक्शनों में से एक है। यहां भी रेल कोच रेस्टोरेंट स्थापित करने के लिए अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस तरह की सुविधा न केवल शहर के निवासियों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा बल्कि इटारसी में रुकने वाले क्रॉस ट्रैफिक यात्रियों के लिए भी एक अतिरिक्त सुविधा होगी। इस अनुबंध की अवधि भी 5 वर्ष है और रेलवे को इस अवधि में रुपये 88,45,929/-की गैर किराया राजस्व की कमाई होगी। भोपाल और इटारसी से रेलवे को 1,47,18,258/- गैर किराया राजस्व प्राप्त होगा। भोपाल में प्लेटफॉर्म नंबर छह पर बनेगा वहीं, भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेल कोच रेस्तरां प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर (बीना छोर पर) 150 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में स्थापित किया जाएगा। स्थापना और विकास का समस्त खर्च ठेकेदार की तरफ से वहन किया जाएगा। रेलवे की तरफ से प्रस्तावित स्थल के नजदीकी लाइन पर पुराना कोच उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा रेल उपयोगकर्ताओं को भी उच्च गुणवत्ता वाली भोजन सेवा प्रदान करेगी यह सेवा चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगी। इटारसी में प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बनेगा इसी प्रकार इटारसी रेलवे स्टेशन पर रेल कोच रेस्तरां जीआरपी थाना के पास प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्थापित किया जाएगा। रेल कोच रेस्तरां स्थापित करने का क्षेत्रफल 150 वर्ग मीटर है। यहां भी इसकी स्थापना का समस्त खर्च ठेकेदार को वहन करना होगा।


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