Indore News: चिप ने अटकाई कारों की डिलीवरी, डेढ़ से दो माह की वेटिंग

Indore News: सेमीकंडक्टर चिप त्योहारों पर कार खरीदने की आपकी योजना बिगाड़ सकती है। दरअसल, विदेशों से मंगवाई जाने वाले इस चिप की कमी से कारों का निर्माण अटक गया है। कई कंपनियों में हजारों यूनिट तैयार हैं, लेकिन डिलीवर नहीं हो पा रही है। इस कारण वेटिंग डेढ़ से दो माह की हो गई है। कुछ कारें आठ माह तक की वेटिंग पर चली गई हैं। यह हालत इंदौर सहित पूरे देश में है।
पूरे प्रदेश सबसे अधिक कारें इंदौर में बिकती हैं। इंदौर आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण पटेल बताते हैं कि प्रोडक्शन कम होने से लगभग सभी कार कंपनियां डीलरों को कार नहीं दे पा रही हैं। कंपनियों के पास इन दिनों सेमीकंडक्टर की बड़ी कमी हो गई है।
यह सेमीकंडक्टर चिप इंडोनेशिया, ताइवान और मलेशिया से आती है, लेकिन कोरोना के मामलों के कारण इसकी आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस कारण कार कंपनियां डिलीवरी नहीं दे पा रही हैं। कोविड की दूसरी लहर के बाद से कारों की मांग बढ़ गई है। गणेश चतुर्थी पर अकेले इंदौर में 1500 से अधिक कारें बिकी थीं। कंपनियां अक्टूबर में चिप की सप्लाई होने पर दीपावली तक आपूर्ति बहाल होने की बात कह रही है।
एक अन्य कार डीलर के अनुसार नवरात्र के प्रथम दिन, दशहरा, पुष्य नक्षत्र, धनतेरस और दीपावली ऐसे पांच दिन होते हैं, जिन पर सबसे ज्यादा वाहन बिकते हैं। कई लोग कारों की बुकिंग पहले से करवा लेते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं जो मौके पर गाड़ी खरीदना पसंद करते हैं। इस बार उन्हें दिक्कत आ सकती है।
यह है सेमीकंडक्टर
विशेषज्ञों के अनुसार सेमीकंडक्टर चिप का उपयोग कई इलेक्ट्रानिक उपकरणों सहित कारों और अन्य प्रकार गाड़ियों में होता है। इसके बिना कार का निर्माण पूरा नहीं हो सकता है। कई कार कंपनियों में कारों का ढांचा तैयार है, लेकिन कारें डिलीवर नहीं हो पा रही हैं। एक गाड़ी में औसत 20 से 25 चिप लगती हैं। वहीं लग्जरी सेगमेंट वाली गाड़ियों में इनकी संख्या तीन से चार गुनी हो जाती है। इसलिए फिलहाल कार कंपनियां मध्यम श्रेणी की कारों का उत्पादन अधिक कर रही हैं।
प्रदेश में भी यही हाल
प्रदेश के जबलपुर समेत महाकौशल में चार पहिया वाहनों के सीमित स्टॉक से मांग के मुताबिक गाड़ियों की सप्लाई नहीं मिल पा रही है। शोरूम संचालक कंपनियों को अपनी मांग भेज रहे हैं। शुभ मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर स्पर्श केमतानी ने बताया कि आजकल लगभग सभी गाड़ियां इलेक्ट्रानिक होती हैं, जिनमें स्मार्ट चिप का उपयोग होता है। यह चिप मुख्य रूप से चीन और जापान से आती है।
कोरोना के बाद से चीनी उत्पादों पर कमी आई है। जापान भी जरूरत के हिसाब से चिप का उत्पादन नहीं कर पा रहा है। ऐसे में कार में निर्माता कंपनियों को उनकी जरूरत के मुताबिक चिप नहीं मिल रही है। इस वजह से गाड़ियों का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार नवरात्र और दिवाली पर कार की पसंदीदा डिलीवरी लेने के लिए जरूरी होगा कि लोग पहले से वाहनों की बुकिंग करें।
इतनी कारें बिकी प्रदेश में
श्रेणी 2019 2020 2021
जीप 33 36 26
मोटर कार 118006 109025 94850
ओमनी 7193 2057 1074
(2021 में 29 सितंबर तक के आंकड़े परिवहन विभाग से प्राप्त)