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Jabalpur News : भारत ज्ञान का चुंबकीय केंद्र, इसलिए समग्र विश्व भारत की ओर आकर्षित

जबलपुर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलपति प्रो.कपिल देव मिश्र ने कहा कि भारत ज्ञान का चुंबकीय केंद्र है। इसीलिए समग्र विश्व भारत की तरफ आकर्षित होता आया है। वे ज्ञान गंगा कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि बतौर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत की अतीत कालीन शिक्षा-व्यवस्था को रेखांकित करते हुए वर्तमान शिक्षा में आमूल-चूल सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही नवीन शिक्षा नीति के पांच स्तंभ स्पष्ट किए।

इंटर्नशिप का महत्‍व बताया : कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा.आरके आचार्य, कुलपति, अवधेश प्रताप सिंह विश्विद्यालय, रीवा ने जापानी शिक्षा की भांति इंटर्नशिप को अपनाने व प्रशिक्षण का महत्व बताया। प्रो.शैलेष चौबे, डा. नरेंद्र शुक्ला, डा.अतुल दुबे, आशुतोष त्रिपाठी, डा.विजय करमकर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपना वक्तव्य देते हुए शिक्षा नीति को रोजगारोन्मुख बनाने पर जोर दिया। नवीन शिक्षा नीति में इसकी प्रतिपूर्ति की सराहना करते हुए विद्यार्थियों की अभिरूचि के अनुरूप विषय चयन के अवसर की व्यवस्था की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

 विदेशों की भांति हमारे देश में भी क्रेडिट सिस्टम को अपनाया गया है, जो कि निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं के उज्ज्‍वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा। ज्ञानगंगा ग्रुप के प्रधान इंजीनियर डीसी जैन, सचिव डा.रजनीत जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पंकज गोयल व इंजीनियर अपूर्व सिंघई के सानिध्य व मार्गदर्शन में इंजीनियर विशेष जैन के निर्देशन में कार्यशाला के जरिये नवीन शिक्षा नीति के बारे में छात्र-छात्राओं को अमूल्य जानकारी मिली। 

कार्यक्रम संयोजक प्राचार्य डा.कीर्ति विश्वकर्मा के निर्देशन में संपूर्ण कार्यक्रम सफल रहा। मुख्य समन्वयक डा.सतवीर कौर अहलूवालिया रहीं। अंत में विभागाध्यक्ष लेफ्टिनेंट नितिन गीते ने अतिथियों, स्टाफ मेंबर्स व छात्र-छात्राओं के प्रति आभार ज्ञापित किया। प्राचार्य डा.कीर्ति ने कार्यक्रम का सफलता का श्रेय स्टाफ, छात्र-छात्राओं व अतिथियों को दिया।



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