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Bhopal Arts And Culture News: गमक के मंच से समधुर गीतों के जरिए बरसी भक्‍तिरस की फुहार



Bhopal Arts And Culture News:  मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग की विभिन्न अकादमियों द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत बहुविध कलानुशासनों की गतिविधियों पर एकाग्र श्रृंखला 'गमक' का प्रसारण इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर किया जा रहा है। इस श्रृंखला के अंतर्गत शुक्रवार शाम भोजपुरी साहित्य अकादमी की ओर से विदिशा के शेखर करहाड़कर और साथियों द्वारा निर्गुण गायन एवं भोपाल के शिवदास करोसिया और साथियों द्वारा भक्तिपद की प्रस्तुति दी गई।


कार्यक्रम की शुरुआत गायक शेखर करहाड़कर एवं साथियों द्वारा निर्गुण गायन से की गई। कलाकारों ने जीव तू मत करना फकीरी..., मानत ना ही मन मोरा साधौ..., जग में जीवन कोरा..., भजो रे भैया राम गोविंद हरि... जैसे गीत पेश करते हुए ऑनलाइन श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने रहना नहीं देश वीराना है... गीत से अपनी प्रस्तुति को विराम दिया।


कार्यक्रम में दूसरी प्रस्तुति शिवदास करोसिया एवं साथियों द्वारा भक्तिपद गायन की दी गई। उन्होंने चेत रे गुमानी जग में जनम न मिले, माया संग न चले... पद की प्रस्तुति दी। इसके बाद प्रभुजी मोरे अवगुण चित न धरो..., नैना भये रे अनाथ हमारे..., ठाकुर तुम शरणाई आया... एवं भज ले हरि नाम, हरि रस नाम... आदि गीत पेश करते हुए ऑनलाइन श्रोताओं को भक्‍तिरस से सराबोर कर दिया। मंच पर हारमोनियम पर जितेंद्र शर्मा, तबले पर आशेष उपाध्याय, ऑक्टोपेड पर सचिन नामदेव एवं ढोलक पर रघुवीर सिंह ने संगत की।


गमक में आज : गमक श्रृंखला के अंतर्गत तीन अक्टूबर को शाम सात बजे से कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन की ओर जनजातीय नृत्य में धार के कैलाश सिसोदिया और समूह द्वारा भगोरिया नृत्य एवं श्री अमरसिंह गुनेरा समूह द्वारा पाली नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इन प्रस्तुतियों का प्रसारण विभाग के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लाइव किया जाएगा।



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