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इंदौर की ऐश्वर्या पढ़ाई करने के आधुनिक तरीकों पर काम करने के लिए पहुंची हेलेनिक विश्वविद्यालय




इंदौर,   की ऐश्वर्या ने इंदौर ही नहीं देश का नाम रोशन किया है। दुनिया के प्रसिद् ग्रीस के हेलेनिक विश्वविद्यालय ने उन्हें 100 फीसद स्कालरशिप में प्रवेश के लिए चयनित किया है। कोर्स भी बहुत सामान्य नहीं है। आधुनिक समय में जिस तकनीक की ओर शिक्षा देने का तरीका बढ़ रहा है उसका अध्ययन ऐश्वर्या करेगी।


इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से पत्रकारिता विभाग से बैचलर डिग्री कर चुकी ऐश्वर्या का चयन इसलिए हो पाया है क्योंकि वे कई वर्षों से स्कूल और कालेज के विद्यार्थियों के लिए रोचक कोर्स डिजाइन करती रही है। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालय को भी वे सेवा दे रही है। ऐश्वर्या विश्वविद्यालय से दो वर्षीय संवर्धित वास्तविकता (एआर) और आभासी वास्तविकता (वीआर) विषय पर शिक्षा लेंगी।


ऐश्वर्या का कहना है कि कई वर्ष शिक्षण संस्थानों के कोर्स बनाने के बाद फिर से विद्यार्थी की भूमिका में आना अपने आप में बिल्कुल अलग अनुभव है। मेरा सपना शिक्षा के बेहतर कोर्स और पढ़ाने के तरीकों पर काम करना रहा है। विश्वविद्यालय में चयन होने की जब सूचना मिली तो बहुत खुशी हुई। रविवार को मेरा विश्वविद्यालय में पहला दिन था। आनलाइन माध्यम से मैं शामिल हुई और कई प्रोफेसर्स से परिचय हुआ।

इंदौर के सरकारी स्कूलों के लिए आधुनिक कोर्स डिजाइन करूंगी

ऐश्वर्या ने 12वीं तक की शिक्षा इंदौर के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 की है। उन्होंने बताया कि हेलेनिक विश्वविद्यालय की ओर से स्कालरशिप के लिए आवेदन मंगाए गए थे। इसके साथ यह स्पष्ट करना था कि एआर- वीआर विषय में प्रवेश क्यों लेना चाहते हैं। ऐश्वर्या ने उन्हें अपने शिक्षण क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारे में बताया। ऐश्वर्या का कहना था कि चयन के पीछे यहीं सबसे महत्वपूर्ण रहा कि आप एआर-वीआर तकनीक का उपयोग करके शिक्षा देने के अनुभव को और बेहतर करना चाहते हैं। इस तकनीक के तहत शिक्षा देने के तरीके को और रोचक बनाया जा सकता है।


आस्ट्रेलिया के शिक्षण संस्थानों में इसका उपयोग काफी हो रहा है। यहां बुजुर्गों के साथ एक सामान्य समस्या है कि वे चीजों को बार-बार भूल जाते हैं। इसके लिए उनके आंखों पर एआर-वीआर उपकरण लगा दिया जाता है जिससे उन्हें अपनी सभी जरूरी चीजें फिर से याद आ जाती है। आंखों के सामने वीडियो के बेहतर प्रस्तुतिकरण को शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी उपयोग किया जा सकता है। यह कोर्स करने के बाद मैं इंदौर के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए एआर-वीआर आधारित कोर्स डिजाइन करना चाहती हूं। यह काम अपने खर्च पर निशुल्क करना चाहती हूं।
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