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Cheating With Indore Police: भोपाल आइजी बोल रहा हूं, वाइन शॉप के मैनेजर से लिफाफा ले लो, तुम्हारे टीआइ को कुछ मत बताना



इंदौर,Cheating With Indore Police। चोर-लूटेरे और जालसाजों को पकड़ने वाली पुलिस खुद ठगी का शिकार हो गई। कंट्रोल रूम और एफआरवी वाले ठग की बातों में उलझ गए और शराब ठेकेदार से बात करवा दी। ठग ने आइजी डी. श्रीनावास राव बन मैनेजर से 20 हजार रुपये मांग लिए। हालांकि मैनेजर को उसकी बातों पर शक हो गया और रुपये जमा करवाने से इन्कार कर दिया। आनन फानन में अफसरों ने जांच बैठाई और बुधवार को केस दर्ज किया।


भंवरकुआं थाना टीआइ संतोष दूधी के मुताबिक घटना रविवार दोपहर करीब पौने 11 बजे की है। एफआरवी-19 में पदस्थ प्रधान आरक्षक देवेंद्र कुमार,आरक्षक मधु कुमार बघले व पायलट राजेश पंवार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे। तभी पुलिस कंट्रोल रूम पर पदस्थ आरक्षक निर्भयसिंह ने वायरलेस सेट पर प्रसारण कर बताया कि भोपाल आइजी बात करना चाहते हैं। निर्भय ने एक नंबर भी दिया और कहा कि साहब को तत्काल कॉल कर लो। आइजी का नाम सुनते ही देवेंद्र घबरा गया और तत्काल ठग (फर्जी आइजी) को कॉल कर लगा दिया। ठग रौबदार आवाज में देवेंद्र के हालचाल जाने और कहा इलाके में कितनी वाइन शॉप है।


नजदीकी दुकान पर जाओं और मैनेजर से मेरी बात करवाओ... और सुनो ध्यान रहें तुम्हारे टीआइ को इस बात का पता नहीं चले। देवेंद्र सिपाही मधु व राजेश के साथ तत्काल अग्रसेन चौराहा स्थित वाइन शॉप पर पहुंचा और कहा आइजी साहब ने याद किया है। तत्काल साहब से बात कर लो। कुछ देर बाद मैनेजर संदीप कौशल ने फर्जी आइजी से बात कर ली। फर्जी आइजी ने उससे एक व्यक्ति के अॉपरेशन का झांसा दिया और कहा नजदीकी सेंटर उसके खाते में 20 हजार रुपये जमा करवा दो।


खाता नोएडा का और लोकेशन हैदराबाद की मिली

पुलिसकर्मी संदीप को लेकर नवलखा स्थित एमपी आनलाइन सेंटर पहुंचे तो पता चला ठग द्वारा दिया सेक्टर-5 नोएडा का है। इससे उसे शक हुआ और कहा मामला गड़बड़ है। आइजी भोपाल से बोल रहे है और खाता नोएडा का दिया है। तीनों ने तत्काल भंवरकुआं थाना टीआइ को कॉल लगा दिया। टीआइ ने फर्जी आइजी को फोन किया तो उसने बात करने से इन्कार किया और कहा मेरा काम हो गया है। तुमसे कोई बात नहीं करना चाहता। फर्जी आइजी ने जवानों को फटकारा और कहा मना करने के बाद भी टीआइ को क्यों बताया।


इसके बाद एसपी (पश्चिम) महेशचंद जैन ने जांच बैठा दी। क्राइम ब्रांच ने ठग के नंबर की लोकेशन निकाली तो हैदराबाद की मिली। जांच में खुलासा हुआ ठग इसी तरह छिंदवाड़ा में 80 हजार रुपये ठग चुका है। टीआइ के मुताबिक ठग के पास पुलिस विभाग को अलॉट सीयूजी सिम है। इससे पुलिस कंट्रोल रूम एफआरवी के जवान धोखा खा गए थे।

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