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Online Learning License: इंदौर में 16 से 18 साल के आनलाइन लर्निंग लाइसेंस बनाने में परेशानी, जाना पड़ रहा आरटीओ

 

Online Learning License: इंदौर। आनलाइन लर्निंग लाइसेंस की व्यवस्था में भले ही आवेदकों के लाइसेंस घर बैठे बन रहे हो, लेकिन इस व्यवस्था में ऐसे लोग जो बिना गियर वाली गाड़ी का लाइसेंस बनवाना चाहते है, उन्हें आरटीओ जाना पड़ रहा है। इसके बाद उनका टेस्ट घर पर ही हो रहा है।


जानकारी के अनुसार ऐसे नाबालिग जिन्हें नियमानुसार बिना गियर वाली गाड़ी चलाने की अनुमति है। उन्हें अब अपने आवेदन के साथ अपने माता-पिता या संरक्षक का सहमति पत्र भी लगाना होगा। साथ ही आरटीओ में आते समय उसके दस्तावेज भी वेरीफिकेशन करवाने होंगे। तभी उनका लाइसेंस बनाया जाएगा। आरटीओ एजेंट नरेश नीमा ने बताया कि ऐसे आवेदक जो 16 से 18 उम्र के है। वे इस परेशानी से जूझ रहे है।


आनलाइन सारी प्रक्रिया करने के बाद उन्हें मैसेज आता है कि आपका आवेदन आरटीओ में लंबित है। आवेदक को अपने पालक का सहमति पत्र लेकर जाना होगा। जहां से अधिकारी उसे पास करेंगे। जिसके बाद आवेदक घर आकर टेस्ट दे सकेंगा। यह प्रक्रिया काफी लंबी हो गई है। एक ओर सरकार सभी को लाइसेंस देना चाहती है। वही दूसरी और प्रकिया जटिल कर दी गई है। अगर आवेदक को कार्यालय बुलाना ही है,तो उसका टेस्ट वहीं लिया जाए। दस्तावेज में गलती होने पर पालक के खिलाफ केस दर्ज करने का भी प्रावधान है।


50 सीसी की गाड़ी ही नहीं बाजार में

नीमा ने बताया कि इस व्यवस्था में एक खामी यह भी है कि बिना गियर वाली गाड़ी के लिए 50 सीसी इंजन क्षमता वाली गाड़ी चलाने की पात्रता है। लेकिन अभी कोई भी आटोमोबाइल कंपनी इस क्षमता की गाड़ी नहीं बनाती है। सभी बिना गियर वाली स्कूटर 100 से 250 सीसी की क्षमता वाले है। ऐसे में लाइसेंस किसी काम का ही नहीं है।


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