Shilpa Shetty ने सिखाए पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने वाले 4 आसन, कमर भी बनेगी सुडौल

शिल्पा शेट्टी कुंद्रा के अनुसार, पीठ और रीढ़ को स्ट्रेच करने से शरीर पूरी तरह से रिलेक्स महसूस करता है और आने वाले दिनों के लिए बेहतर रूप से तैयार हो पाता है।

दिन की शुरूआत व्यायाम से करना हमेशा अच्छा होता है। शरीर को स्ट्रेच करने और हमेशा तरोताजा महसूस करने के लिए योग से बेहतर और कुछ नहीं है। बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी कुंद्रा अपनी फिटनेस के लिए काफी पॉपुलर हैं। फिट रहने के लिए वह भी नियमित रूप से व्यायाम करती हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर योग सिक्वेंस शेयर किए हैं। जो रीढ़, पीठ, गर्दन और कंधों को मजूबत करने और इन्हें स्ट्रेच करने के लिए जाने जाते हैं।
पोस्ट की गई वीडियो में एक्ट्रेस को विपरीत शलभासन, अर्ध शलभासन, धनुरासन और बालासन करते देखा जा सकता है। उन्होंने इस दौरान अपने हाथों और पैरों को हवा में रखते हुए , शरीर को अपने पेट पर बैलेंस करते हुए शरीर को स्ट्रेच करना शुरू किया। फिर वह अपने पैरों को अपने शरीर के वर्टिकल पोजीशन में लेकर आईं। इस पोस्ट में शिल्पा ने आसन करने के फायदों के बारे में भी बताया है।
Image: theshilpashetty
शिल्पा ने बताए आसन करने के फायदे

वह बताती हैं कि यह सभी आसन पीठ और रीढ़ को स्ट्रेच करने के अच्छे तरीकों में से एक है। जबकि इस रूटीन को आप रोज फॉलो करें , तो गर्दन और कंधों को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। इतना ही नहीं यह पाचन में सुधार करने के साथ जांघों और नितंबों को टोन करने में भी हेल्प करता है। शरीर का पूरी तरह से कायाकल्प हो जाता है और आने वाले दिनों में कड़ी मेहनत के लिए शरीर तैयार हो जाता है। शिल्पा बताती हैं कि योगा एक्सरसाइज सहनशक्ति में सुधार के लिए बहुत अच्छी हैं। इतना ही नहीं यह मांसपेशियों की ताकत, स्थिरता और संतुलन का भी निर्माण करती है। इसके अलावा तनाव और चिंता को भी कम करने में योग कसरत मददगार हैं।।
क्यों जरूरी है स्ट्रेचिंग-

स्ट्रेचिंग करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है साथ ही फुर्तीलापन भी आता है। इसे करने से मसल्स में ब्लड सकुर्लेशन बढ़ता है , जिससे पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। वर्कआउट के बाद शरीर में होने वाले दर्द , अकड़न और रिकवरी टाइम को कम करने के लिए ट्रेनर्स भी स्ट्रेचिंग करने की सलाह देते हैं। बिना स्ट्रेच किए मसल्स छोटी और टाइट हो जाती हैं। ऐसे में कोई भी तेज गतिविधि करने पर मांसपेशियों में ताकत नहीं रहती , जिससे चोट, जोड़ों में दर्द और ख्ंिाचाव का खतरा रहता है।
एक्सरसाइज के बाद करनी चाहिए स्ट्रेचिंग

स्ट्रेचिंग करने का सबसे अच्छा समय व्यायाम करने के बाद होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अच्छी स्ट्रेङ्क्षचग विशेष रूप से सुबह के समय , गर्दन और पीठ के निचले हिस्से के साथ-साथ हैमस्ट्रिंग, पिंडलियों , पेल्विक क्षेत्र में हिप फ्लेक्सर्स में गतिशीलता में सुधार करने में मदद करती है। सुबह जागने के बाद सबसे पहले स्ट्रेचिंग करना शरीर को शारीरिक व्यायाम सहित रोजाना की गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
कितने मिनट तक करनी चाहिए स्ट्रेचिंग

आपको बता दें कि तेज चलना या पांच मिनट तक टहलना स्ट्रेचिंग के लिए पर्याप्त वॉर्मआप है। विशेषज्ञों के अनुसार हर दिन थोड़े समय के लिए स्ट्रेचिंग करना बेहद जरूरी है। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर सकते, तो सप्ताह में कम से कम तीन बार 20 से 30 मिनट का सेशन जरूर करें।
योग पूरे शरीर पर एकसाथ ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसलिए यदि आप थोड़ा कमजोर फील कर रहे हैं या कम लचीलेपन के साथ शरीर में अकडऩ का अनुभव होता है, तो शिल्पा शेट्टी की तरह ये आसन करना शुरू कर दें। यह आपको भीतर से तरोताजा और चंगा महसूस करा सकता है।
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