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केवल लग्जरी कारें चुराता है यह गिरोह, ऑर्डर लेकर माफिया को कार की डिलीवरी करता है राजस्थान में बैठा सरगना

इंदौर मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने लग्जरी कार चोरी करने वाली एक अंतरराज्यीय गैंग (Indore News) का खुलासा किया है। सोमवार-मंगलवार की रात को इंदौर में चोरी हुई एक कार के चोर को पकड़ने के दौरान पुलिस को इसका पता चला है। गैंग का सरगना राजस्थान में रहता है और समय-समय पर कई राज्यों में जाकर कार की चोरी को अंजाम देता है। वह ऑर्डर लेकर कार चोरी करता है और फिर उनकी डिलीवरी करता है। गिरोह () में टेक्निकल एक्सपर्ट के साथ कई ड्राइवर शामिल हैं। पुलिस अभी गैंग के बाकी सदस्यों और कार चोरी की अन्य घटनाओं के बारे में जानकारियां जुटा रही है। इंदौर में लंबे समय से सक्रिय है। शहर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के स्कीम नंबर-103 में पिछले 15 दिनों में 4 क्रेटा कार चोरी हुई है। हुंडई क्रेटा की कीमत 10.16 लाख से शुरू होकर 17.87 लाख तक है। सोमवार-मंगलवार रात को भी यहां एक आईटी कंपनी के मालिक भरत आहूजा की क्रेटा कार बदमाशों ने कुछ ही मिनटों में चोरी कर ली। चोरी करने वाले चोर खुद क्रेटा कार से आए थे। कार में एडवांस सिक्योरिटी सिस्टम भी था, लेकिन हाईटेक और एक्सपर्ट चोरों ने उसके सारे सिस्टम को हैक कर वारदात को अंजाम दिया। चोरी की ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सूचना पर पुलिस ने चार जिलों में नाकाबंदी कर दी और कुछ ही घंटों में मंदसौर पुलिस ने दलौदा में आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम श्रवण बताया है जो पहले ड्राइवरी का काम करता था। श्रवण ने पूछताछ में रई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। श्रवण ने बताया कि वह दस हजार रुपये लेकर चोरी की गाड़ी ठिकाने पर पहुंचाने का काम करता है। गिरोह का सरगना जालौर राजस्थान का गणपत विश्नोई है जो ड्रग और शराब माफियाओं से मिला है। ऑर्डर लेकर माफियाओं को कारें सप्लाय करता है। गणपत गैंग के दूसरे सदस्यों के साथ महंगी कारों से आता है। उसके साथ ड्राइवर और टेक्निकल एक्सपर्ट होते हैं। वह पहले घूम-घूम कर घरों के बाहर खड़ी कारों की रेकी करता है। फिर अपने टारगेट तय करता है। फिर कोडिंग सॉफ्टवेयर से गाड़ी अनलॉक कर उन्हें चुराकर फरार हो जाता है। श्रवण ने बताया कि गणपत इस बार चार ड्राइवर लेकर आया था। उसका मकसद एक साथ चार गाड़ियां चुराने का था। उसने पूछताछ में यह भी बताया कि चोरी की गाड़ियां राजस्थान के शराब और ड्रग माफिया खरीदते हैं। माफिया इन गाड़ियों को शराब तस्करी में लगा देते हैं ताकि पकड़े जाने पर पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाए। ऑर्डर मिलने पर गणपत कार चुरा कर अपनी पार्टी को बेच देता था। वह इसके पूर्व भी इंदौर से कारें चुरा चुका है। थाना प्रभारी अमृता सोलंकी के मुताबिक पुलिस मोबाइल लोकेशन से उसकी उपस्थिति का पता लगा कर उन इलाकों को चिन्हित कर रही है जहां से कारें चोरी हुई हैं।


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