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घर पर आसानी से कोरोना का टेस्‍ट कर 15 मिनट में पाएं रिजल्‍ट, जानें कैसे करें Testing kit का यूज

Self test for covid: घर पर आसानी से कोरोना का टेस्‍ट कर 15 मिनट में पाएं रिजल्‍ट, जानें कैसे करें Testing kit का यूज

दुनियाभर समेत भारत में फैली ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच अब शहरों में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि का सिलसिला जारी है। जैसे -जैसे कोविड मामले बढ़ रहे हैं लोग सेल्फ टेस्टिंग की तलाश कर रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, रियल टाइम और रैपिड एंटीजन टेस्ट भारत में SARS-CoV-2 का निदान करने का बेहतरीन तरीका है। इसने यह भी कहा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए घर में रैपिड एंटीजन टेस्ट करने की सलाह लक्षण दिखने वाले लोगों और पॉजीटिव मामलों में दी जाती है।ICMR ने हाल ही में लोगों को तीन अलग-अलग प्रकार की होम टेस्टिंग किट के बारे में बताया है। पहला है मॉलीक्यूलर टेस्ट, जिसे पीसीआर टेस्ट( PCR) भी कहा जाता है। यह कोरोनावायरस के अनुवांशिक मटेरियल का पता लगाता है। बता दें कि यह टेस्ट पॉलीमरेज चेन रिएक्शन कोविड-19 मामलों की पहचान करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है। दूसरा है एंटीजन टेस्ट Antigen Test, जो वायरस की सतह पर आरएनए को कवर करने वाले स्पेशल कोरोनावायरस प्रोटीन का पता लगाते हैं। कुल मिलाकर दोनों टेस्‍ट का उपयोग वायरस के शुरूआती लक्षणों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। तीसरा एंटीबॉडी टेस्ट (Antibody Test) है, यह टेस्ट उन एंटीबॉडीज की खोज करता है, जो शरीर ने वायरस से लड़ने के लिए विकसित किए होंगे। तो आइए जानते हैं घर में कैसे कर सकते हैं ये टेस्ट।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, आप कोविड के लिए घर बैठे रेपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) कर सकते हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस टेस्ट की मदद से घर में टेस्ट करने की सलाह लक्षण दिखने वाले लोगों और पॉजीटिव मामलों में दी जाती है।

भारत में कोविड के बढ़ते मामलों ने हाहाकर मचा दी है। दुनियाभर समेत भारत में फैली ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच अब शहरों में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि का सिलसिला जारी है। जैसे -जैसे कोविड मामले बढ़ रहे हैं लोग सेल्फ टेस्टिंग की तलाश कर रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, रियल टाइम और रैपिड एंटीजन टेस्ट भारत में SARS-CoV-2 का निदान करने का बेहतरीन तरीका है। इसने यह भी कहा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए घर में रैपिड एंटीजन टेस्ट करने की सलाह लक्षण दिखने वाले लोगों और पॉजीटिव मामलों में दी जाती है।ICMR ने हाल ही में लोगों को तीन अलग-अलग प्रकार की होम टेस्टिंग किट के बारे में बताया है।

पहला है मॉलीक्यूलर टेस्ट, जिसे पीसीआर टेस्ट( PCR) भी कहा जाता है। यह कोरोनावायरस के अनुवांशिक मटेरियल का पता लगाता है। बता दें कि यह टेस्ट पॉलीमरेज चेन रिएक्शन कोविड-19 मामलों की पहचान करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है। दूसरा है एंटीजन टेस्ट Antigen Test, जो वायरस की सतह पर आरएनए को कवर करने वाले स्पेशल कोरोनावायरस प्रोटीन का पता लगाते हैं। कुल मिलाकर दोनों टेस्‍ट का उपयोग वायरस के शुरूआती लक्षणों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। तीसरा एंटीबॉडी टेस्ट (Antibody Test) है, यह टेस्ट उन एंटीबॉडीज की खोज करता है, जो शरीर ने वायरस से लड़ने के लिए विकसित किए होंगे। तो आइए जानते हैं घर में कैसे कर सकते हैं ये टेस्ट।



​टेस्ट से पहले कैसे करें तैयारी
​टेस्ट से पहले कैसे करें तैयारी

टेस्ट करने के लिए आप एक साफ सुथरी जगह ढूंढें।

एक टेबल सेट करें और सतह को साफ करें।

टेस्ट करने से पहले अपने

हाथों को साबुन से धोएं

और इन्हें सूखा रखें।

अब किट के पाउच को फाड़ें और सामग्री को टेबल पर रख दें।

अब आगे बढ़ें, इससे पहले टेंस्टिग किट में दिए गए ऐप को डाउनलोड करके क्रेडेंशियल भरना जरूरी है।



​Device का उपयोग करके घर पर कैसे करें टेस्ट-
​Device का उपयोग करके घर पर कैसे करें टेस्ट-

सैंपल टेस्ट-

नसल स्वैब

टेस्टिंग का समय-

1 मिनट

रिजल्ट आने में लगने वाला समय-

15 मिनट



​किट में क्या-क्या होता है
​किट में क्या-क्या होता है

यह टेस्ट किट खासतौर से

घरेलू टेस्ट के लिए डिजाइन

की गई है। कोविसेल्फ कोविड-19 एंटीजन टेस्ट पाउच में एक पहले से भरी हुई एक्टेंशन ट्यूब, एक स्टेराइल नसल स्वैब, एक इंस्ट्रक्शन बुक, टेस्ट कार्ड और एक डिस्पोजल बैग शामिल होता है।



​कैसे करें टेस्ट
​कैसे करें टेस्ट

टेस्ट करने से पहले हाथों को धोएं। ध्यान रखें आपके हाथ सूखे होने चाहिए।

अब पैकेट फाड़ें।

अपने स्मार्टफोन में

MyLab Coviself

ऐप डाउनलोड करें। क्रेडेंशियल भरें और फिर स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ते जाएं।

पहले से भरी एक एक्टेंशन ट्यूब लें।

इसमें मौजूद लिक्विड नीचे बैठ जाए, इसके लिए टेबल पर इसे 3-4 बार टैप करें।

अब कैप खोलें और ट्यूब को अपने हाथ में पकड़ लें।

ट्यूब को अपने हाथ में पकड़ते हुए स्टेरायल नजल स्वैब को खोलें।

अपने दोनों नथुने में एक के बाद एक 2-4 सेमी तक स्टराइल नजल को डालें।

स्वैब को हर नथुने में 5 बार घुमाएं।

नाक के स्वैब को पहले से भरी हुई एक्ट्रेशन ट्यूब में डुबाएं।

अब ट्यूब के निचले हिस्से को पिंच करें और नेजल स्वैब को अच्छी तरह से हिलाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान स्वैब लिक्विड में डूबा हो।

ब्रेक पॉइंट का पता लगाएं और स्वैब को तोड़ दें।

अब आप ट्यूब को नोजल कैप से ढंक दें।

टेस्ट कार्ड लें और ट्यूब को दबाते हुए दो बूंद डालें।

इसके बाद रिजल्ट के लिए आपको 15 मिनट का इंतजार करना होगा।



​टेस्टिंग को लेकर जरूरी बातें
​टेस्टिंग को लेकर जरूरी बातें

20 मिनट के बाद किसी भी रिजल्ट को इनवैलिड माना जाता है।

ऐप 15 मिनट पूरे होने पर अलार्म के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करता है। फिर आप ऐप से रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।

टेस्ट में केवल क्वालिटी कंट्रोल C आता है और कोई टेस्ट लाइन T दिखाई न दे, तो माना जाता है कि रिजल्ट निगेटिव है।



​टेस्ट करते समय ध्यान रखें ये बातें
​टेस्ट करते समय ध्यान रखें ये बातें

Coviself.com

बताता है कि सभी लक्षणों वाले लोग जिनका रैपिड एंटीजन टेस्ट निगेटिव आता है, उन्हें एक बार फिर आरटीपीसीआर (RTPCR) की मदद से फिर से टेस्ट करवाना चाहिए। ऐसा करना बहुत जरूरी है, क्योंकि कम वायरल लोड के साथ कुछ पॉजीटिव मामले मिस होने की संभावना रहती है।

हर RAT निगेटिव टेस्ट लक्षण वाले लोगों को संदिग्ध कोविड-19 मामलों के रूप में जाना जाता है और उन्हें RTPCR टेस्ट का रिजल्ट आने तक MoHFW आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है।

Coviself.com कहना है कि यदि आपका

कोविड टेस्ट पॉजीटिव

आता है , तो आपको पॉजीटिव ही माना जाएगा। इसके लिए बार-बार टेस्ट कराने की जरूरत नहीं पड़ती।

होम केयर आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करें।



​किट को डिस्पोज करने का तरीका
​किट को डिस्पोज करने का तरीका

विशेषज्ञ कहते हैं कि टेस्ट के बाद किट में यूज किए हुए सभी सैंपल्स को डिस्पोज कर देना चाहिए। इसके लिए स्वैब को बफर ट्यूब में डालें। सभी कंपोनेंट को किट में दिए गए बायोहजार्ड डिस्पोजेबल बैग के अंदर भरकर सील करके डिस्पोज कर दें। इससे कंटेमिनेशन का खतरा नहीं होगा। सभी सतह को साफ कर बैक्टीरिया फ्री करें और अपने हाथों को साबुन से धो लें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।





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