Top Story

अगर बर्फ जैसे ठंडे पड़ जाएं हाथ या पांव, तो समझ लें कि शरीर में हो रही है इस चीज की कमी

पोषण विशेषज्ञ अक्सर अच्छे स्वास्थ्य के लिए पालक, बीन्स, मटर, किशमिश, खुबानी और समुद्री भोजन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते हैं। हालांकि हमें इस बात का अहसास नहीं होता, कि यह मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने जरूरी हैं, खासतौर से आयरन। आयरन वह मूल घटक है, जिसकी शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने की जरूरत होती है। हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स RBC में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को पूरे शरीर में ऊतकों और अंगों तक पहुंचाता है। यदि आपके शरीर में आयरन की कमी है, तो आरबीसी के जरिए ऊतकों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे एनीमिया हो जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आयरन की कमी तब होती है , जब आपके शरीर में मिनरल आयरन की पर्याप्त मात्रा नहीं होती। हालांकि एनीमिया के कई प्रकार हैं। आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया दुनियाभर में सबसे आम प्रकार है। देखा जाए, तो स्वास्थ्य के लिहाज से आयरन की कमी बहुत ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन अगर लंबे समय तक इसका इलाज न किया जाए, तो यह हानिकारक हो सकता है। इसलिए आयरन की कमी के लक्षणों से अवगत होना बहुत जरूरी है, ताकि समय पर इसका उपचार और निदान किया जा सके।

स्वास्थ्य के लिहाज से आयरन की कमी बहुत ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन अगर लंबे समय तक इसका इलाज न किया जाए, तो यह हानिकारक हो सकता है। इसलिए आयरन की कमी के लक्षणों से अवगत होना बहुत जरूरी है, ताकि समय पर इसका उपचार और निदान किया जा सके। खासतौर से अगर हाथ या पैर ठंडे पड़ रहे हों, तो यह एनीमिया का संकेत है।


Iron deficiency: अगर बर्फ जैसे ठंडे पड़ जाएं हाथ या पांव, तो समझ लें कि शरीर में हो रही है इस चीज की कमी

पोषण विशेषज्ञ अक्सर अच्छे स्वास्थ्य के लिए पालक, बीन्स, मटर, किशमिश, खुबानी और समुद्री भोजन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते हैं। हालांकि हमें इस बात का अहसास नहीं होता, कि यह मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने जरूरी हैं, खासतौर से आयरन। आयरन वह मूल घटक है, जिसकी शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने की जरूरत होती है।

हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स RBC में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को पूरे शरीर में ऊतकों और अंगों तक पहुंचाता है। यदि आपके शरीर में आयरन की कमी है, तो आरबीसी के जरिए ऊतकों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे एनीमिया हो जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आयरन की कमी तब होती है , जब आपके शरीर में मिनरल आयरन की पर्याप्त मात्रा नहीं होती।

हालांकि एनीमिया के कई प्रकार हैं। आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया दुनियाभर में सबसे आम प्रकार है। देखा जाए, तो स्वास्थ्य के लिहाज से आयरन की कमी बहुत ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन अगर लंबे समय तक इसका इलाज न किया जाए, तो यह हानिकारक हो सकता है। इसलिए आयरन की कमी के लक्षणों से अवगत होना बहुत जरूरी है, ताकि समय पर इसका उपचार और निदान किया जा सके।



​आयरन की कमी के लक्षण
​आयरन की कमी के लक्षण

Mayo Clinic के अनुसार

,

आयरन की कमी

का सबसे गंभीर परिणाम शुरूआती अवस्था में किसी का ध्यान नहीं जाने की संभावना है। यहां पर कुछ संकेत दिए गए हैं, जिन्हें कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जैसे-

त्वचा का पीला पड़ जाना

शरीर का कमजोर हो जाना

सिर में दर्द रहना

चक्कर आना

और ज्यादा थकान महसूस होना

सूजन आना

नाखूनों का नाजुक हो जाना

ठंडे हाथ और ठंडे पैर होना एक ऐसा लक्षण है, जिसे आमतौर पर लोग अनदेखा कर सकते हैं।



​17 मिग्रा या उससे कम आयरन नुकसान नहीं पहुंचाता
​17 मिग्रा या उससे कम आयरन नुकसान नहीं पहुंचाता

जहां कुछ लोग आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आयरन की डोज का ऑप्शन चुनते हैं, वहीं कुछ लोग अपने आहार में बदलाव करके जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करते हैं। जब बात सप्लीमेंट की हो, तो डॉक्टर हमेशा सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। क्योंकि अधिक मात्रा में आयरन का सेवन घातक हो सकता है। खासतौर से बच्चों के लिए। इंग्लेंड की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, 17 मिग्रा या उससे कम आयरन नुकसान नहीं पहुंचाता। हालांकि, अगर आप ज्यादा लेते हैं, तो पहले डॉक्टर से जांच कराएं।



​कैसे पता चलेगा कि आपके शरीर में आयरन की कमी है
​कैसे पता चलेगा कि आपके शरीर में आयरन की कमी है

अंदर या बाहर होने वाली ब्लीडिंग आयरन की कमी का मुख्य कारक है। जिन महिलाओं को

पीरियड्स के दिनों में हैवी ब्लीडिंग

होती है, उन महिलाओं को बच्चे के विकास के लिए दोगुना आयरन की जरूरत होती है। हालांकि आयरन की कमी और एनीमिया ऐसी स्थिति नहीं है, जिनका उपचार घर पर रहकर ही किया जा सके। ज्यादा मात्रा में आयरन का सेवन लिवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आयरन के अवशोषण और इससे होने वाले लाभों को प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञ आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ खट्टे फलों को अपने आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं।

आयरन की कमी का इलाज

आयरन से भरपूर आहार और सप्लीमेंट के जरिए आसानी से किया जा सकता है। इसके लक्षण अक्सर एनीमिया की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। कुछ लोगों में स्पष्ट रूप से इसके लक्षण दिखते हैं, वहीं कुछ को बिल्कुल भी इसका अहसस नीं होता। लेकिन अगर आपको शरीर में आयरन की कमी का जरा भी अनुभव होता है , तो डॉक्टर से संपर्क करें।





from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/32HxDkG
via IFTTT