चकमा दे रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट, ठीक होने पर भी कमर तोड़ रहा है इसका एक अजीब लक्षण
Omicron ke lakshan: चिंता की बात यह है कि ओमिक्रॉन जैसे-जैसे फैल रहा है इसके लक्षण भी बदल रहे हैं। अब सिर्फ सर्दी, बुखार या खांसी इसके लक्षण नहीं रहे गए हैं। मरीजों में अब ऐसे भी लक्षण देखे जा रहे हैं, जिन्होंने डॉक्टरों को चिंता में डाल दिया है। पिछले एक महीने में ओमिक्रॉन के मरीजों में कुछ ऐसे अजीब लक्षण नजर आए हैं, जो ठीक होने के बाद भी मरीज का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं।
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic)
ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है। कोरोना के अब तक के सबसे ज्यादा खतरनाक वायरस
ओमिक्रॉन संस्करण (Omicron variant)
के आने के बाद हालत और ज्यादा बिगड़ गए हैं। भारत सहित पूरी दुनिया में नए दैनिक मामलों और मरने वालों का आंकड़ा आसमान छू रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने हाल ही में कहा था कि यह वायरस 171 देशों में फैल गया है।
स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को सलाह देती है कि वे
को हल्के में न लें। बेशक इसके लक्षण सामान्य सर्दी के समान हल्के हैं लेकिन अगर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को अधिक जागरूक होने और वायरस और इसके नए वेरिएंट से जुड़े सभी लक्षणों से सावधान रहने की सलाह दी है।
चिंता की बात यह है कि
जैसे-जैसे फैल रहा है इसके लक्षण भी बदल रहे हैं। अब सिर्फ सर्दी, बुखार या खांसी इसके लक्षण नहीं रहे गए हैं। मरीजों में अब ऐसे भी लक्षण देखे जा रहे हैं, जिन्होंने डॉक्टरों को चिंता में डाल दिया है। पिछले एक महीने में ओमिक्रॉन के मरीजों में कुछ ऐसे अजीब लक्षण नजर आए हैं, जो ठीक होने के बाद भी मरीज का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। चलिए जानते हैं कि वो लक्षण क्या हैं और उन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
ZOE Covid स्टडी ऐप के नए आंकड़ों के मुताबिक,
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
के आठ नए लक्षणों में से एक है। वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि डॉक्टरों को इस दौरान बहुत से ऐसे मामले मिले जिनमें मरीज ठीक होने के बाद मांसपेशियों में और पीठ के निचले हिस्से में दर्द का सामना कर रहे थे। इससे भी बुरी बात यह है कि यह लक्षण किसी व्यक्ति के निगेटिव होने के बाद भी बना रहता है।
ओमीक्रोन को हल्के में लेना पड़ सकता है महंगा
कई विशेषज्ञ यह सुझाव दे रहे हैं कि नया संस्करण हल्का है और हल्के सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हैं लेकिन डॉक्टरों ने इसे हल्के में लेने के खिलाफ चेतावनी दी है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि
ओमीक्रोन एक सामान्य सर्दी की तरह नहीं है क्योंकि कई मामले देखे गए हैं जिनमें रोगी को असपताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है और यहां तक की कुछ लोगों की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। संक्रमित होने के बाद ठीक हुए बहुत से लोगों में लॉन्ग कोविड के लक्षण भी देखे गए हैं।
ओमिक्रॉन के लक्षण
यह डेल्टा की तुलना में हल्का है लेकिन तेजी से फैलता है।
में हल्का बुखार, गले में खराश, शरीर में अत्यधिक दर्द, रात को पसीना आना, नाक बहना, छींक आना, उल्टी और भूख न लगना जैसे लक्षण शामिल हैं।
दक्षिण अफ्रीका के मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ एंजेलिक कोएट्ज़ी ने बताया कि
जिन रोगियों को इस प्रकार का निदान किया जा रहा है उनमें गंध या स्वाद की कमी महसूस होना कोई संकेत नहीं दिखा। इसके अलावा रोगियों में, भरी हुई, बंद नाक या बहुत अधिक तापमान का कोई मामला सामने नहीं आया है।
ओमिक्रॉन से निपटने के उपाय
इससे निपटने के लिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। लक्षण महसूस होने पर उनकी निगरानी करना और टेस्ट रिजल्ट आने तक दूसरों से अलग रहना कुछ ऐसे बुनियादी उपाय हैं जिन्हें आपको फॉलो करना चाहिए। साथ ही लोगों को ठीक होने के बाद लापरवाही नहीं करनी चाहिए। भले ही आप निगेटिव हों, बेहतर महसूस करें क्योंकि आपका शरीर अभी भी ठीक होने के चरण में है और अपनी ऊर्जा को पुनर्जीवित करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता है। इस दौरान डॉक्टर आराम करने, सही खाना खाने और हाइड्रेटेड रहने की सलाह देते हैं।
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