मेरी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव है और मुझे हल्के लक्षण हैं, अब आगे मैं क्या करूं ?

Corona positive hone par kya karen: लोग लक्षणों को नजरअंदाज कर रहे है और यही वजह है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है। दूसरा, इसके लक्षण सर्दी-फ्लू से मिलते-जुलते हैं जिस वजह से लोग कंफ्यूज हैं कि उन्हें कोरोना है या फिर कुछ नॉर्मल फ्लू-कोल्ड। एक्सपर्ट सलाह दे रहे हैं कि अगर आपको कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बेहतर है कि आप टेस्ट कराएं ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।

कोरोना वायरस
का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ओमीक्रोन वेरिएंट ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। भारत में कोरोना के रोजाना तीन लाख के करीब नए मामले आ रहे हैं सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। फिलहाल यह बवंडर थमने वाला नहीं है। अच्छी बात यह है कि कोरोना की इस तीसरी लहर में मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं देखे जा रहे। फिर भी एक्सपर्ट इस वायरस को हल्के में नहीं लेने की चेतावनी दे रहे हैं।
के मामले में बहुत से मरीजों में या तो कोई लक्षण नहीं हैं या फिर हल्के लक्षण हैं। इसका सबसे बड़ा नुकसान यह हो रहा है कि लोग लक्षणों को नजरअंदाज कर रहे है और यही वजह है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है। दूसरा, इसके लक्षण सर्दी-फ्लू से मिलते-जुलते हैं जिस वजह से लोग कंफ्यूज हैं कि उन्हें कोरोना है या फिर कुछ नॉर्मल फ्लू-कोल्ड। एक्सपर्ट सलाह दे रहे हैं कि अगर आपको कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बेहतर है कि आप टेस्ट कराएं ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।
को लेकर बहुत से लोगों के दिमाग में बहुत से सवाल भी हैं जैसे- किसी व्यक्ति को कोरोना की जांच कब करानी चाहिए?, क्या करें अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है? हम आपको
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों और एक्सपर्ट द्वारा दिए सुझावों के
आधार पर इस तरह के सवालों का जवाब दे रहे हैं। अगर आपकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और आपको हल्के लक्षण हैं या फिर लक्षण नहीं हैं, तो आपको क्या करना चाहिए।
स्टेप 1- खुद को आइसोलेट कर लें

अगर आपको
लक्षण हैं या नहीं हैं और आपका टीकाकरण भी हुआ है, तो भी आप खुद को आइसोलेट कर लें। इस दौरान डबल मास्क पहनें, दूसरों से छह फीट की दूरी बनाकर रखें, अपना सामना किसी से साझा न करें, मास्क बदलते समय पुराने मास्क को काटकर 72 घंटे के लिए एक तरफ रखें और बाद में फेंक दें।
स्टेप 2- अपने संपर्क में आए लोगों को अलर्ट करें

इस बीच अगर कोई आपके संपर्क में आया है, तो उसे अलर्ट कर दें ताकि वे भी खुद को आसोलेट कर सकें। इससे उन्हें भी समय पर टेस्ट कराने और सभी नियमों का पालन करने का समय मिल जाएगा।
स्टेप 3- अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें

आइसोलेशन के दौरान अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें और उससे दवाओं, इमरजेंसी केयर और सभी प्रोटोकॉल के बारे में सलाह लेते रहें। लक्षण गंभीर होते दिखने पर हॉस्पिटल में एडमिट होने की संभावना पर भी बात करते रहें।
स्टेप 4- अपने लक्षणों की सही से निगरानी करें

इस दौरान अपने शरीर का तापमान, ऑक्सीजन लेवल, पल्स रेट आदि का जांच करते रहें। अगर आप बीपी या शुगर की दवाएं ले रहे हैं, तो अपने बीपी और शुगर की जांच भी करते रहें।
स्टेप 5- डॉक्टर के पास कब जाएं

इस दौरान अगर आपको सांस लेने में कठिनाई, ऑक्सीजन लेवल में कमी, लगातार और तीन दिन से अधिक दिनों तक खांसी, मेंटल कंफ्यूजन, सीने में दर्द, ज्यादा
जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत मेडिकल इमरजेंसी हेल्प लें।
स्टेप 6- हेल्दी डाइट लें और आराम करें

आइसोलेशन के दौरान हेल्दी डाइट लें और तरल पदार्थों का खूब सेवन करें. खाने में सूप, जूस, नारियल पानी आदि लें। बीच-बीच में गर्म पानी के गरारे करते रहें और दिन में तीन बार गर्म पानी की भाप लें। बुखार और बदन दर्द के लिए हर छह घंटे में एक बुखार की दवा पेरासिटामोल लें।
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