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Omicron से बचना है तो न पहनें कपड़े का मास्‍क, 15 मिनट में हो सकते हैं पॉजिटिव, मानें CDC की ये सलाह

दुनियाभर में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले अनियंत्रित रूप से बढ़ रहे हैं। तेजी से फैल रहे इस वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिक चिंतित हैं और कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। चूंकि , ओमिक्रॉन तेजी से संचारित होता है , ऐसे में वायरस से दूर रहने के लिए नाक और मुंह को सुरक्षित रखने वाले मास्क पहनना हमारी पहली जिम्मेदारी है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि कपड़े से बने मास्क, जो हम सभी आमतौर पर वायरस से बचने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। यहां तक की उन्होंने कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए सिंगल लेयर क्लॉथ मास्क को सर्जिकल मास्क या ज्यादा प्रभावी रेस्पिरेटर मास्क के साथ इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव का कहना है कि घर पर इलाज कराने वाले एक कोविड रोगी के लिए N95 मास्क की जरूरत होती है और देखभाल करने वाले को ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर्स कपड़ों के सिंगल लेयर्ड मास्क को छोडऩे और दूसरों को संक्रमित करने से रोकने के लिए कम से कम दो या तीन लेयर वाला फेस मास्क चुनने की गुजारिश कर रहे हैं।

विशेषज्ञ मानते हैं कि केवल कपड़े का मास्क ओमिक्रॉन से पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए उन्होंने सिंगल लेयर क्लॉथ मास्क को सर्जिकल मास्क या ज्यादा प्रभावी रेस्पिरेटर मास्क के साथ इस्तेमाल करने की सलाह दी है।


Coronavirus Safety: Omicron से बचना है तो न पहनें कपड़े का मास्‍क, 15 मिनट में हो सकते हैं पॉजिटिव, मानें CDC की ये सलाह

दुनियाभर में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले अनियंत्रित रूप से बढ़ रहे हैं। तेजी से फैल रहे इस वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिक चिंतित हैं और कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। चूंकि , ओमिक्रॉन तेजी से संचारित होता है , ऐसे में वायरस से दूर रहने के लिए नाक और मुंह को सुरक्षित रखने वाले मास्क पहनना हमारी पहली जिम्मेदारी है।

वैज्ञानिकों ने बताया है कि कपड़े से बने मास्क, जो हम सभी आमतौर पर वायरस से बचने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। यहां तक की उन्होंने कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए सिंगल लेयर क्लॉथ मास्क को सर्जिकल मास्क या ज्यादा प्रभावी रेस्पिरेटर मास्क के साथ इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव

का कहना है कि घर पर इलाज कराने वाले एक कोविड रोगी के लिए N95 मास्क की जरूरत होती है और देखभाल करने वाले को ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर्स कपड़ों के सिंगल लेयर्ड मास्क को छोडऩे और दूसरों को संक्रमित करने से रोकने के लिए कम से कम दो या तीन लेयर वाला फेस मास्क चुनने की गुजारिश कर रहे हैं।



​कपड़े के मास्क के नीचे डिस्पोजल मास्क पहनना जरूरी
​कपड़े के मास्क के नीचे डिस्पोजल मास्क पहनना जरूरी

अमेरिका स्थित सीडीसी

(Centre for Disease Control and Prevention) की ओर से नई गाइडलाइन्स जारी की गई है। इसके अनुसार, दो साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को जिन्हें पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें पब्लिक प्लेस पर मास्क जरूर पहनना चाहिए। CDC ने कहा है कि 'कपड़े के मास्क के नीचे एक डिस्पोजेबल मास्क पहनें । दोबारा इस्तेमाल किए हुए मास्क को गंदा होते ही या दिन में कम से कम एक बार धोना चाहिए। अगर आपके पास डिस्पोजल फेस मास्क है, तो उसे एक बार पहनने के बाद फेंक दें।'



​क्या N95 मास्क ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाएगा?
​क्या N95 मास्क ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाएगा?

N95 मास्क

मददगार हो सकते हैं। यह मास्क सर्जिकल मास्क के मुकाबले ज्यादा कारगार है। ये कई लेयर वाले फिल्टर से लैस होते हैं और फिटिंग में टाइट भी। यह मास्क 95 फीसदी तक छोटे बड़े दूषित कणों से बचाते हैं। फिट होने के कारण इनमें लीकेज की संभावना बेहद कम होती है। इस मास्क में तीन लेयर होती हैं, जो छोटे से छोटे प्रदूषण और कणों को दूर रखती हैं।



​हवा से वायरस को फिल्टर करता है N-95 मास्क
​हवा से वायरस को फिल्टर करता है N-95 मास्क

हेल्द एक्सपर्ट और द कोरोनावायरस बुक के लेखक स्वाप्रिल पारिख बताते हैं

कि 'SARS-CoV-2 वायरस जब फैलता है तब कमजोर इम्यूनिटी वाला व्यक्ति एक संक्रमित व्यक्ति द्वारा पैदा होने वाले ऐरोसोल को अंदर लेता है। ये ऐरोसॉल एक बंद जगह में तेजी से दूर तक फैल सकते हैं। हाई फिल्ट्रेशन मास्क जैसे N95 सांस लेते ही हवा से वायरस को फिल्टर कर देते हैं। ये मास्क पहनने वाले को वासरस से सांस लेने से बचाते हैं और संक्रमित व्यक्ति के आसपास दूसरों की भी रक्षा करते हैं। जबकि कपड़े का मास्क इतनी सुरक्षा प्रदान नहीं कर पाता।'



​N-95 मास्क कपड़े के मास्क से 7 गुना ज्यादा प्रभावी
​N-95 मास्क कपड़े के मास्क से 7 गुना ज्यादा प्रभावी

ACGIH’s (American Conference of Governmental Industrial Hygienists) के निष्कर्ष बताते हैं

कि एक N95 मास्क

कपड़े के मास्क

से कम से कम 7 गुना ज्यादा और सर्जिकल मास्क की तुलना में 5 गुना ज्यादा प्रभावी होता है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि अगर आपके चेहरे पर कुछ खास तरह के बाल हैं या सांस लेने में किसी तरह की समस्या हो रही है तो N95 मास्क पहनने से परहेज करें।



​कपड़े के मास्‍क से 15 मिनट में हो सकतें हैं संक्रमित
​कपड़े के मास्‍क से 15 मिनट में हो सकतें हैं संक्रमित

सीडीसी के अनुसार

, एक असंक्रमित व्यक्ति को बिना चेहरे को ढके किसी संक्रमित व्यक्ति के करीब आने से संक्रमित होने में केवल 15 मिनट लगते हैं। अगर दोनों कपड़े का मास्क पहने हैं, तो संक्रमित होने में 27 मिनट का समय लगता है। दोनों द्वारा पहना जाने वाला सर्जिकल मास्क 30 मिनट तक सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन जब दोनों ने N95 मास्क पहना है तो सुरक्षा का समय ढाई घंटे तक बढ़ जाता है।



​N95 मास्क वालों को मिलती है 2500 घंटों की सुरक्षा
​N95 मास्क वालों को मिलती है 2500 घंटों की सुरक्षा

ACGIH’s Pandemic Response Task Force के अनुसार,

कोविड-19 संक्रमण

को बिना फिटिंग वाले N95 मास्क पहनने वालों के बीच पहुंचने में 25 घंटे लगते हैं। यदि N95 मास्क कसकर सील किया गया है, तो कण के उन तक पहुंचने की संभावना मात्र 1 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि इन लोगों के पास 2500 घंटों की सुरक्षा होगी। हेल्थकेयर एक्सपर्ट कहते हैं कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मास्क और वैक्सीन दोनों बहुत अच्छी तरह से काम कर सकते हैँ।

क्लॉथ मास्क N-95 मास्क की तुलना में कम सुरक्षा प्रदान करता है। हालांकि मास्क को चुनते समय लागत को भी ध्यान में रखना चाहिए। जो लोग भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं जाते और सामाजिक दूरी बनाए रखते हैं, उनके लिए कपड़े का मास्क ठीक है।





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